बक्सर-मोकामा के बीच बनेगी तीसरी रेलवे लाइन
जागरण संवाददाता, पटना नई दिल्ली से पटना का सफर और जल्दी पूरा हो सकेगा। खासकर मुगलसराय से पटना आ
जागरण संवाददाता, पटना
नई दिल्ली से पटना का सफर और जल्दी पूरा हो सकेगा। खासकर मुगलसराय से पटना आने तक ट्रेनों में होने वाली देरी को देखते हुए बक्सर-पटना-मोकामा रेलखंड के बीच तीसरी रेलवे लाइन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इलाहाबाद-मुगलसराय एवं सोननगर-धनबाद रेलखड के बीच भी तीसरी लाइन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हालांकि यह लंबी प्रक्रिया है, मगर रेलवे इसको लेकर अत्यंत गंभीर हैं। मंत्रालय की ओर से कुछ ट्रेनों की लगातार मॉनिटि¨रग भी की जा रही है। ये बातें मंगलवार को रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने महेन्द्रू स्थित रेलवे कार्यालय के सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहीं।
रेल राज्यमंत्री ने बताया कि धनबाद-सोननगर तीसरी रेल लाइन के निर्माण के लिए इसी बजट में राशि स्वीकृत कर दी गई है, जबकि बक्सर-मोकामा तीसरी लाइन के सर्वे का काम पूरा हो चुका है। शीघ्र ही निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
राज्य सरकार बनवाएगी एप्रोच रोड
श्री सिन्हा ने राज्य सरकार के असहयोगात्मक रवैये से खिन्न होकर कहा कि पिछले ढाई साल से पाटलिपुत्रा स्टेशन बनकर तैयार है, लेकिन राज्य सरकार से अपेक्षित सहयोग न मिल पाने के कारण ट्रेनों का परिचालन नहीं हो पा रहा है। मुंगेर व दीघा रेल सह सड़क पुल के लिए भी रेल मंत्रालय की ओर से पर्याप्त राशि भेज दी गई है। रेलवे अपना काम अगले दो माह के अंदर समाप्त कर देगी। एप्रोच रोड अब एनएचएआई के बजाय राज्य सरकार बनाएगी। इसके लिए सारी प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई। राज्य सरकार से दो माह के अंदर ही एप्रोच रोड का निर्माण कार्य पूरा कर लेने को कहा गया है।
दीघा- आर ब्लॉक सड़क पर बातचीत अंतिम चरण में
दीघा-आर ब्लॉक रेलवे लाइन की जमीन को फोर लेन के लिए राज्य सरकार को दिए जाने के सवाल पर रेल राज्यमंत्री ने कहा कि बातचीत अंतिम चरण में है। फाइल रेलवे बोर्ड में एप्रूवल के लिए भेजी गई है।
बिहार की कई परियोजनाएं इस साल होंगी पूरी
श्री सिन्हा ने कहा कि रेलवे में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास आवश्यक था जिसके लिए एक लाख करोड़ रुपये के विनिवेश की व्यवस्था की गई है। इससे बिहार में कई नई परियोजनाएं तो शुरू होंगी ही, पुरानी ठप पड़ी रेल परियोजनाओं को भी पूरा करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 892 करोड़ रुपये से मोकामा पुल का दोहरीकरण, 290 किमी नई रेल लाइन निर्माण करने, फतुहा-इस्लामपुर रेल लाइन का विस्तार बिहार शरीफ तक करने, हजारीबाग से बाढ़ तक रेल लाइन बिछाने, किउल-गया रेल लाइन के दोहरीकरण व विद्युतीकरण का कार्य आदि का काम शामिल है।