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खुले में शौच से मुक्त हुई कुशहर पंचायत

खुले में शौच से मुक्त हुई कुशहर पंचायत

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 25 Jan 2015 08:03 PM (IST)Updated: Sun, 25 Jan 2015 08:27 PM (IST)
खुले में शौच से मुक्त हुई कुशहर पंचायत

गोपालगंज : जिला प्रशासन के साथ मिलकर ग्लोबल सेनिटेशन फाउंडेशन की सहयोगी संस्था नव जागृति इंडिया का सामूहिक प्रयास रंग लाया है। जिले की सिधवलिया प्रखंड की कुशहर पंचायत खुले में शौच से मुक्त हो गई है। पंचायत को मिनिस्ट्री आफ ड्रिंकिंग वाटर एण्ड सेनिटेशन, स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण), भारत सरकार ने निर्मल ग्राम पंचायत पुरस्कार के लिए चयनित किया है। भारत सरकार की ओर से दिये जाने वाले इस पुरस्कार के लिए देश से 587 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया। जिसमें बिहार से एकमात्र कुशहर पंचायत को ही निर्मल ग्राम पंचायत पुरस्कार 2013 के लिए चयनित किया गया।

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ऐसे हुआ प्रयास :

कुशहर पंचायत में प्रशासन के स्तर पर शौचालय निर्माण का कार्य काफी पहले शुरू किया गया था। लेकिन ग्रामीणों के खुले में शौच करने की प्रवृत्ति बड़ी बाधा बनी हुई थी। शौचालय निर्माण में सरकारी सहयोग के बाद भी ग्रामीण इसमें कम रुचि ले रहे थे। ग्लोबल सेनिटेशन फाउंडेशन की सहयोगी संस्था नवजागृति प्लान इंडिया ने जनवरी 2014 में प्रशासन के सहयोग से ग्रामीणों के व्यवहार में परिवर्तन लाने का बीड़ा उठाया।

काम आई जागरूकता

संस्था ने इस पंचायत के हर टोले, मोहल्ले, स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रो में प्रोग्राम चलाकर खुले में शौच से होने वाली बीमारियों तथा शौचालय के महत्व के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करना शुरू किया। परिणाम कुछ ही महीने में सामने आने लगा। ग्रामीण शौचालयों का इस्तेमाल करने लगे। मार्च 2014 में केंद्रीय टीम ने पंचायत का निरीक्षण किया। टीम के सदस्य खुले में शौच के प्रति ग्रामीणों का व्यवहार बदलने से प्रभावित हुए। इस पंचायत में बने 1381 शौचालयों व महादलित टोले में बने आठ सामुदायिक शौचालयों की स्थिति का निरीक्षण करने के बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण), भारत सरकार ने खुले में शौच मुक्त पंचायत कुशहर को निर्मल ग्राम पंचायत पुरस्कार के लिए चुना है।


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