बख्तियारपुर फोर लेन व पुनपुन बांध मास्टर प्लान से गायब
बख्तियारपुर फोर लेन व पुनपुन बांध मास्टर प्लान से गायब
पटना : पचास साल के इंतजार के बाद राज्य सरकार द्वारा बनाए गए मास्टर प्लान से बख्तियारपुर फोर लेन और पुनपुन बांध को ही गायब कर दिया गया है। इस बात की जानकारी मिलने के बाद अब मास्टर प्लान पर सुझाव और आपत्तियों के निराकरण को गठित समिति ने प्लान में सुधार को अपना अनुमोदन दे दिया है। नगर विकास एवं आवास विभाग से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार मास्टर प्लान के पब्लिक डोमन पर आने के बाद इस पर लोगों की आपत्तियां और सुझाव के लिए सरकार ने एक समिति का गठन किया था। तीन महीने के दौरान समिति को मास्टर प्लान को ले तकरीबन साढ़े चार सौ आपत्तियां और सुझाव प्राप्त हुए थे। आम लोगों के सुझाव और आपत्तियों के आधार पर हाल ही में समिति ने मास्टर प्लान के पूर्वी भाग में फतुहा, खुशरूपुर, दीदारगंज, बिहटा सरमेरा पथ के अंश, पटना बख्तियारपुर फोर लेन और पुनपुन बांध के साथ गौरीचक क्षेत्र का समिति ने निरीक्षण किया।
रेसिडेंशियल जोन का भी था मसला
इसी क्रम में समिति के संज्ञान में यह बात लाई गई कि मास्टर प्लान बनाने के क्रम में बख्तियारपुर फोर लेन और पुनपुन बांध को मास्टर प्लान से गायब कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि आइसीएस को-ऑपरेटिव सोसायटी ने समिति से अनुरोध किया कि एनएच 30 को मास्टर प्लान में दर्शाया जाए। प्रस्तावक का कहना था कि एनएच 30 पर आवागमन चालू होने के कारण इस इलाके में आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ी हैं, इसलिए फतुहा ब्लॉक से पिताम्बरपुर मौजा इलाके में आवासीय गतिविधियों की अनुमति के लिए इस इलाके में अवस्थित लिंक रोड को दिखाते हुए इसे 'कंजरवेशन जोन से हटाकर 'रेसिडेंशियल जोन में दिखाया जाए।
एनएच 30 मास्टर प्लान का हिस्सा
काफी सोच विचार के बाद इन सड़कों के चालू होने और इलाके में स्थित रोड नेटवर्क व फतुहा इलाके में हो रहे विकास को देखते हुए प्रस्तावित सेटेलाइट टाउनशिप एरिया में एनएच 30 के दोनों तरफ के मौजा को शामिल करने तथा पटना बख्तियारपुर फोर लेन और अन्य सड़कों को मास्टर प्लान में शामिल करने का निर्णय समिति द्वारा लिया गया।