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बगैर औपचारिक शिक्षा, है कौशल तो मिलेगा सर्टिफिकेट

Without formal education

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 22 Jan 2015 10:37 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jan 2015 10:49 PM (IST)
बगैर औपचारिक शिक्षा, है कौशल तो मिलेगा सर्टिफिकेट

पटना : हर व्यक्ति टैलेंट लेकर पैदा होता है। कुछ को अवसर मिलता है, अधिकांश को नहीं मिल पाता है। एनआइटी के छात्र खुद को खुशनसीब समझें कि उन्हें इस संस्थान में दाखिला मिला है। इस अवसर के लिए वे अपने माता-पिता एवं समाज को धन्यवाद दें। केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने ये बातें गुरुवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) पटना के वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक उत्सव 'कोरोना- मेलांज 2015 के उद्घाटन अवसर पर कहीं। छात्रों से आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि 'अब जब यह मौका मिला है तो दुनिया को दिखा ही दीजिए।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे साइंस कॉलेज के छात्र रह चुके हैं। उनके समय में सीमित विकल्प थे। 12वीं के बाद छात्र मेडिकल में दाखिला लेने की सोचते थे। अब यूजीसी ऐसी व्यवस्था करने जा रही है जिसमें एक संकाय के छात्र अगर दूसरे संकाय के विषय भी पढऩा चाहें तो पढ़ सकेंगे। केवल पढऩे की ही सुविधा नहीं, इसके लिए उन्हें सर्टिफिकेट भी मिलेगा। आज कौशल विकास पर भी काफी जोर है। गांव के लोगों के पास अगर किसी क्षेत्र में कौशल है एवं उन्होंने पूर्व में कहीं भी स्कूली या औपचारिक पढ़ाई नहीं की है तो इसके बावजूद उन्हें स्किल का सर्टिफिकेट मिलेगा। ऐसी व्यवस्था लाने की सरकार तैयारी कर रही है। यह सभी के लिए लागू होगा। इससे रोजगार में उन्हें सहूलियत होगी।

उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग का उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की सलाह पर डिपार्टमेंट ने अपनी वेबसाइट पर 'बैंक ऑफ आइडियाज की शुरुआत की। इसमें गांव के आम आदमी ने काफी अच्छे आइडिया एवं इनोवेशन के बारे में जानकारी भेजी। इससे पूर्व संस्थान के निदेशक प्रो. अशोक डे ने शिक्षा राज्य मंत्री का स्वागत किया। संस्थान के तकनीकी-सांस्कृतिक उत्सव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संस्थान को राज्य सरकार से बिहटा मे कैंपस के लिए 100 एकड़ जमीन तो मिल गई पर कब्जा नहीं मिल पाया है। शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि वे जमीन से जुड़ी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे पर इस समस्या का संबंध राज्य सरकार से है। अंत में उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे कहीं भी जाएं, देश को हमेशा ध्यान में रखिए। जिसने आपको रचा उसे मत भूलिए। धन्यवाद ज्ञापन कोरोना के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्रा ने किया। इस अवसर पर संस्थान के रजिस्ट्रार केके तिवारी, प्लानिंग डीन डॉ. जीके चौधरी, उपाध्यक्ष डॉ. अनुपम दास, कोरोना के स्टूडेंट कोआर्डिनेटर अभिषेक झा, मेलांज की स्टूडेंट कोआर्डिनेटर सौम्या एवं अन्य शिक्षक एवं छात्र उपस्थित थे।


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