दो प्रोफेसर भी यहां छात्र बनकर आए पढ़ने
राजगीर (नालंदा) : कभी पूरे विश्व में देश की शिक्षा व्यवस्था का परचम लहराने वाला यूनिवर्सिटी आफ नालंदा में करीब आठ सौ साल बाद सोमवार से फिर पढ़ाई शुरू हो गयी। सबसे रोचक बात तो यह है कि इस विवि की गरिमा से प्रभावित होकर दो ऐसे छात्र भी शिक्षा प्राप्त करने पहुंचे है। जो वर्तमान समय में एक विदेशी यूनिवर्सिटी के डीन हैं जबकि दूसरा प्रोफेसर भी है। भूटान देश के रहने वाले छात्र नवाग फिलहाल भूटान यूनिवर्सिटी के कालेज में डीन के पद पर कार्यरत हैं। जबकि दूसरे छात्र डैनियल वर्तमान समय में भारत के यूनिवर्सिटी आफ मैसूर के कालेज में प्रोफेसर के रूप कार्यरत हैं। जो विश्वविद्यालय के लिए अपने अपने आप में गौरव की बात है। बातचीत के क्रम में इन दोनों छात्रों ने बताया कि का हम विवि में नामांकन इस उद्देश्य से कराये है कि इस यूनिवर्सिटी के माध्यम से बिहार एवं देश के इतिहास के बारे में नई-नई चीजों को सीखने व जानने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल विवि के प्रथम सत्र में महज 15 छात्र व छात्राओं का ही नामाकन लिया गया है। जो अपने आप में एक मिसाल है। इन सभी छात्र व छात्राओं में मेधा कूट-कूट कर भरा है। ये सभी छात्र योग्य हैं। यहां बता दें कि प्रथम बैच में दो ही विदेश छात्र हैं। इसके अलावे सभी देश के विभिन्न राज्यों से आये छात्र शामिल हैं। इसमें एक जापान, एक भूटान समेत भारत राज्य के कर्नाटक, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाण एवं दिल्ली के आसपास के क्षेत्र के छात्र व छात्राएं शामिल हैं।