पशुपालन मंत्री को बनाया बंधक
समस्तीपुर : पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री वैद्यनाथ सहनी द्वारा पेट्रोल पंप के लिए खरीदी गई एक जमीन पर जारी विवाद ने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया। समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड के इंदिरा गांधी रामजी राय महाविद्यालय, निकसपुर में मंत्री द्वारा पेट्रोल पंप खोले जाने के विरोध में शांतिपूर्ण धरने पर बैठे लोगों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब तमाम अनुरोध के बाद भी मंत्री अपने पंप के लिए भूमि पूजन करने समर्थकों संग पहुंचे। मंत्री को देखते ही धरना पर जमे लोगों की ओर से नारेबाजी शुरू हुई। दोनों ओर से तू-तू मैं हुई, और देखते- देखते बवाल बढ गया। मंत्री समर्थकों ने पहले लाठियां चलायी। धरनार्थियों पर पत्थर भी फेंका। क्षण भर में ही धरनार्थी तितर-बितर हो गए। ज्योंही यह सूचना ग्रामीणों तक पहुंची वहां कई गांवों के लोग जमा हो गए और मंत्री समर्थकों को खदेड़ दिया। इसके बाद समर्थकों ने फायरिंग की। पत्थर फेंके व बमबारी भी की। करीब आधा दर्जन से अधिक लोग चोटिल हो गए। देखते ही देखते लोगों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया। एक-एक कर आठ बाइक समेत रोड़ा-पत्थर से लदे एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासनिक पदाधिकारियों ने मंत्री को महाविद्यालय के एक कमरे में ही बंद कर दिया। जब भीड़ की नजर उस कमरे पर गई तो लोगों ने कमरे को भी घेर लिया और मंत्री को बंधक बना लिया। इस बीच रह-रह कर लोगों का गुस्सा उस कमरे पर उतरता रहा। ग्रामीणों का आरोप है कि मंत्री ने दबंगता दिखाई। उनके साथ हरवे हथियार से लैश लोग आए थे। जिन्होंने जनांदोलन को कुचलने की कोशिश की। गोलीबारी और बम विस्फोट की घटना को अंजाम दिया। घायलों में निकसपुर के श्यामबाबू सिंह, कंचन कुमार, लाल बहादुर सिंह, बूटन दास, विश्वनाथ सिंह, लखिन्द्र सिंह एवं गोढियारी निवासी लखिन्द्र राय को निजी क्लीनिक में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी रामचंद्रुडू, एसपी बाबू राम समेत कई थाने की पुलिस वहां पहुंच गई। भीड़ को जब जिलाधिकारी ने कॉलेज परिसर में पेट्रोल पंप नहीं खोले जाने व जमीन रजिस्ट्री को रद करने का आश्वासन दिया तो लोग माने। इधर, लोगों के आक्रोश को थमते देख पशुपालन मंत्री को पुलिस सुरक्षा के बीच कमरे से बाहर निकाला गया। घायलों का जायजा लेने डीएम निजी क्लिीनिक पहुंचे। सभी घायलों को बेहतर इलाज के लिए समस्तीपुर लाने का निर्देश दिया।
मैंने हमेशा जनभावनाओं का सम्मान किया है। मैं तो आज अपनी जमीन पर भूमि पूजन करने के उद्देश्य से आया था। प्रशासन को भी मैंने ही बुलाया था। इस बीच लोगों ने मुझे और मेरे समर्थक की पिटाई कर दी और मुझे बंधक भी बना लिया। प्रशासन यदि मुस्तैद नहीं होती तो मेरे साथ न जाने क्या हो जाता। इस घटना के लिए भाजपा और रालोसपा को जिम्मेवार है। यह सरकार को बदनाम करने की साजिश है।
वैद्यनाथ सहनी, मंत्री
पशुपालन व मत्स्य संसाधन विभाग