उपचुनाव में ताकत दिखाएंगे वाम दल
पटना : भाकपा, माकपा और भाकपा माले ने मंगलवार को बिहार विधानसभा की दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सीटों का तालमेल होने का औपचारिक ऐलान कर दिया। इन दलों के नेताओं ने संयुक्त रूप से पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उपचुनाव में हम सब एकजुटता के साथ जोरदार ताकत दिखाएंगे। इसके बूते भाजपा के फासीवादी अभियान और जदयू, राजद एवं कांग्रेस के अवसरवादी गठजोड़ को करारा जवाब देंगे। हमारी एकजुटता अगले विधानसभा चुनाव में भी कायम रहेगी।
माले के राज्य सचिव कुणाल, भाकपा के सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह और माकपा के प्रांतीय सचिव विजयकांत ठाकुर ने एक सवाल के जवाब में स्वीकार किया कि लोकसभा चुनाव में वाम दलों की एकजुटता नहीं होने से हमें नुकसान उठाना पड़ा। मगर विधानसभा उपचुनाव के नतीजे चौंकाने वाले होंगे। हमारे पक्ष में परिणाम होंगे क्योंकि जनता केन्द्र सरकार की पूंजीपरस्त नीतियों एवं महंगाई से तंग आ चुकी है। राज्य सरकार की नीतियां भी जनविरोधी है। सूबे में राजनीतिक संकट गहरा रहा है। जीतन राम मांझी सरकार नीतीश कुमार के एजेंडे पर ही चल रही है। इससे जनता नाउम्मीद है। इन नीतियों के खिलाफ वाम दलों की एकजुटता उपचुनाव में रंग लाएगी। केन्द्र एवं राज्य सरकार के विरुद्ध वाम दलों का संयुक्त अभियान आगे भी जारी रहेगा।
नेताओं ने कहा कि खाद्य सुरक्षा कानून, राशन-किरासन, भूमि सुधार कानून को लागू नहीं कर पाना, भ्रष्टाचार, महंगाई, पुलिस जुल्म और बढ़ते अपराध आदि को चुनावी मुद्दे के रूप में पेश करेंगे। इस मौके पर भाकपा सचिव मंडल के सदस्य बद्री नारायण लाल, सत्यनारायण सिंह, माले के केन्द्रीय कमेटी के सदस्य केडी यादव और राजाराम, माकपा सचिव मंडल के सदस्य अरुण कुमार मिश्रा एवं अवधेश कुमार भी मौजूद थे।