आइजीआइएमएस में 20 विभागों में होगी पीजी की पढ़ाई
पटना : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) के नए निदेशक ने परिसर में शैक्षणिक माहौल बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शनिवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में 20 विभागों में स्नातकोत्तर पढ़ाई को स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही पीएचडी जैसे शोध कार्यो, जिसे भारतीय चिकित्सा शोध परिषद से ग्रांट मिल सके को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। बैठक में सुपरस्पेशियलिटी विषयों की पढ़ाई की मान्यता दिलाने पर भी चर्चा हुई। यूरोलॉजी व कार्डियोलॉजी में डीएम, नेत्र रोग विभाग व स्पीच एंड हियरिंग में डिप्लोमा कोर्स को भी मान्यता दिलाने पर चर्चा हुई। स्नातकोत्तर पढ़ाई की व्यवस्था करने के लिए सभी विभागाध्यक्षों व फैकल्टी की पूर्ति करने की बात उठी। इसमें कहा गया कि जो भी चिकित्सक पांच साल से एमसीआइ द्वारा मान्यता प्राप्त हैं, उन्हें शिक्षक का दर्जा दिया जाना चाहिए।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने बताया कि एमडी या एमएस में ऐसे प्रोजेक्ट पर कार्य नहीं हो पाता है, जिसे आइसीएमआर से ग्रांट मिल सके। इसलिए पीएचडी के लिए प्रोजेक्ट वर्क बढ़ाने पर जोर दिया गया है। बैठक में निदेशक डॉ. एनआर विश्वास, डीन डॉ. महेंद्र सिंह, पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. अमरकांत झा अमर समेत तमाम वरीय चिकित्सक उपस्थित थे।