भाजपा ने थामा रेल का पहिया
पटना : लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रदेश में अपने पांव जमाने की जुगत में लगी भाजपा ने विशेष राज्य के मुद्दे पर शुक्रवार को रेल का चक्का जाम कर दिया। आंदोलन के तहत बिहार में जगह-जगह ट्रेनें रोके जाने से लाखों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसमें से अधिकांश यात्रियों का संबंध बिहार राज्य से भी नहीं हैं। लेकिन उनके गंतव्य का रास्ता प्रदेश से होकर जाता है।
आंदोलन के चलते शाम तक प्रदेश में रेल यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। इस दौरान बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार ने सभी दलों को साथ लिए बगैर विशेष राज्य के दर्जे का आंदोलन छेड़ा है। आदोलन से पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर रेल मंडल में व्यापक प्रभाव पड़ा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाडेय, भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने पटना सचिवालय हाल्ट पर गाड़ियों को रोकने की कोशिश की जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। बाद में सभी नेताओं को छोड़ दिया गया। पूर्व मध्य रेलवे के अनुसार भाजपा कार्यकर्ताओं ने करीब 48 स्थानों पर 80 ट्रेनों का परिचालन बाधित किया। इसमें राजधानी एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें शामिल हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा रेल पटरी पर धरना देने से कई रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ जमा हो गई है। आंदोलन के दौरान भाजपा ने केंद्र सरकार पर बिहार की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश में राजग की सरकार बनने के बाद बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा। नंदकिशोर यादव ने कहा कि प्रदेश के सभी 38 जिलों में बंद सफल रहा। जबकि कांग्रेस, राजद ने इसे फ्लाप बताया। इसी मुद्दे पर दो मार्च को जदयू ने भी बिहार बंद का एलान किया है।
इस दरम्यान कैमूर, औरंगाबाद, सिवान, गोपालगंज, बेगूसराय, नवादा, नालंदा, छपरा, गया, बक्सर, भोजपुर, जहानाबाद, वैशाली आदि जिले के रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों को रोक राज्य को विशेष पैकेज की पुरजोर मांग की गई। सैंकड़ों भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। इन्हें बाद में सभी को थाने से निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। बेगूसराय में 'हर-हर मोदी, घर-घर मोदी' के नारे के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने बेगूसराय स्टेशन पर अप व डाउन सवारी गाड़ी एवं कटिहार-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस एक घंटे तक रोक दिया।
छपरा में कचहरी स्टेशन पर ट्रेनों का परिचालन ठप कर दिया। इस कारण छपरा-सोनपुर, छपरा-सिवान, छपरा बलिया तथा छपरा-थावे रेलखंड पर करीब तीन घंटे तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। आरपीएफ प्रभारी उपनिरीक्षक ओपी मीणा ने भाजपा के छपरा विधायक जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, गड़खा विधायक ज्ञानचंद मांझी तथा तरैया विधायक जनक सिंह तथा भाजपा जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश उपाध्याय सहित दो सौ अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। कैमूर में कार्यकर्ताओं ने गया-मुगलसराय रेल खंड पर कैमूर जिले के भभुआ रोड, दुर्गावती रेलवे स्टेशनों पर शांति पूर्वक लगभग दो घंटे तक ट्रेनों को रोके रखा। इस दौरान मोहनियां लगभग 250 लोगों ने गिरफ्तारी भी दी जिन्हे बाद में थाने से छोड़ दिया गया।
गोपालगंज में रेल रोको आंदोलन शांति पूर्ण रहा। गोपालगंज रेलवे स्टेशन, थावे जंक्शन, रतन सराय रेलवे स्टेशन, कतालपुर हाल्ट, दिघवा दुबौली रेलवे स्टेशन, हथुआ रेलवे स्टेशन, रतन सराय रेलवे स्टेशन के साथ ही जलालपुर और सासामुसा रेलवे स्टेशन पर विभिन्न ट्रेनों को दो घंटे तक रोका गया।
नालंदा भाजपा व रालोसपा का रेल चक्का जाम असरदार रहा। बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर राजगीर-दानापुर पैसेंजर गाड़ी को 25 मिनट, राजगीर-बख्तियारपुर डीएमयू को 20 मिनट व राजगीर-दिल्ली श्रमजीवी सुपरफास्ट एक्सप्रेस को करीब एक घंटे तक रोके रखा। इसलामपुर-पटना पैसेंजर ट्रेन को एक घंटा 35 मिनट तक रोके रखा। शेखपुरा में गया-किउल व गया-झाझा ट्रेन को रोके रखा। सिवान के मैरवा स्टेशन पर दरौली विधायक रामायण मांझी के नेतृत्व में दस बजे डाउन मौर्य एक्सप्रेस को डेढ़ घंटे तक रोका गया। आरा रेलवे स्टेशन पर डाउन में पुणा-पटना एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, मुगलसराय, बक्सर-पटना, इस्लामपुर शटल पैंसजर ट्रेन को रोककर घंटो विरोध-प्रदर्शन किया। इसके चलते पटना- मुगलसराय रेल खंड पर परिचालन बाधित रहा। जहानाबाद में पटना-गया रेलखंड के जहानाबाद रेलवे स्टेशन पर चार घंटे तक हटिया-पटना रांची एक्सप्रेस को रोका गया।
बक्सर स्टेशन पर सुबह साढ़े सात बजे ही कार्यकर्ताओं ने 13202 डाउन लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को रोक दिया और ट्रेन के आगे पटरी पर बैठ गए। लगभग तीन घंटे तक स्टेशन पर अफरातफरी रही।
गया के गया-कोडरमा, गया-मुगलसरया, गया-पटना, गया-किऊल रेलखंड पर चार घंटे से अधिक समय तक ट्रेन परिचालन को बाधित रखा। मुगलसराय रेल मंडल डीआरएम अनूप कुमार ने बताया कि बंद के कारण करीब साढ़े चार घंटे तक परिचालन ठप रहा। सांसद हरि मांझी, पूर्व मंत्री विधायक डा. प्रेम कुमार के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी जिन्हें बाद में छोड़ दिया।