यौन उत्पीड़न में सामाजिक कार्यकर्ता भाई सहित गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर : गोपालगंज के पूर्व डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में आरोपी रहे शशिशेखर ठाकुर व उनके भाई यौन उत्पीड़न मामले में फंस गए हैं। शनिवार की सुबह दिल्ली पुलिस की टीम जूरन छपरा स्थित उनके आवास पर छापेमारी कर भाई मुकुल ठाकुर (अधिवक्ता) के साथ उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराकर स्थानीय न्यायालय में पेश किया। सीजेएम कोर्ट से दोनों को तीन दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर लेकर देर शाम पुलिस दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
सामाजिक कार्यकर्ता ठाकुर पर अपनी ही साली की बेटी का यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस संबंध में दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दर्ज प्राथमिकी पर अनुसंधान के बाद यह कार्रवाई की गई।
बताया गया है कि सुबह लगभग दस बजे दिल्ली पुलिस की चार सदस्यीय टीम ने ब्रह्मापुरा थाने की पुलिस के साथ कभी जदयू के करीबी रहे शशिशेखर ठाकुर के आवास पर धावा बोला। उस वक्त ठाकुर और उनके भाई घर पर ही मौजूद थे। कुछ समय तक पूछताछ हुई फिर गिरफ्तारी वारंट के कागजात दिखाने के बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। वहां से वे सदर अस्पताल लाए गए जहां मेडिकल जांच कराई गई। इस बीच इसकी जानकारी पूरे शहर में आग की तरह फैल गई और रिश्तेदार, नेताओं से लेकर करीबियों का सदर अस्पताल में जमावड़ा लग गया। हर कोई अवाक था। वहीं ठाकुर ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि घरेलू विवाद की वजह से उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है।
पूर्व डीएम की हत्या में उम्र कैद की सजा से हुए थे बरी : वर्ष 1994 में हुए गोपालगंज के पूर्व जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्याकांड में उम्रकैद की सजा से 10 जुलाई 2012 को सुप्रीम कोर्ट से शशिशेखर ठाकुर बरी हुए थे। इनके साथ इस मामले में पूर्व विधायक विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला, प्रो. अरुण कुमार, डा. हरेंद्र कुमार, अखलाक व लवली आनंद भी सुप्रीम कोर्ट से बरी हो गए थे। जबकि इसी हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व सांसद आनंद मोहन की उम्र कैद की सजा अब भी बरकरार रखी गई है।
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