आदर्श चरित्र की कुंजी है : प्रभजनानंद
आदर्श चरित्र की कुंजी है। श्रीराम कथा को आत्मसात करने पर जीव को मुक्ति तक मिल जाती
नवादा। आदर्श चरित्र की कुंजी है। श्रीराम कथा को आत्मसात करने पर जीव को मुक्ति तक मिल जाती है। उक्त बातें रामकृष्ण कथा परिवार नवादा द्वारा गांधी इंटर विद्यालय के मैदान में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के तीसरे दिन अयोध्या के प्रसिद्ध कथावाचक प्रभजनानंद शरण जी महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा आत्मबोध कराकर आत्मा से परमात्मा का मिलन करा ज्ञान प्राप्त कराती है। मानव को मानवता का संस्कार व राग द्वेषों से मुक्त कराकर जीवन को विकार रहित बना ईश्वर के चरणों में समर्पित कराती है। जीवात्मा की स्थिति से अवगत कराकर मानव जीवन के मार्गो की समझ पैदा कर परम ज्ञान को आतुर बनाती है। इस दौरान उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्म की अमृतमयी कथा का लोगों को रसपान कराया। उन्होंने कहा कि भगवान अपने भक्तों को सुख देने के लिए अपनी भगवता का परित्याग कर अवतार लेते हैं। अजन्मा परमात्मा जन्म लेकर अपनी अनूठी लीलाओं के माध्यम से भक्तों को सुखी करते हैं। इस दौरान प्रभजानानंद जी महाराज के साथ अयोध्या से पहुंचे भजन मंडली के कलाकारों ने मधुर भजनों की प्रस्तुति कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मौके पर भजन मंडली के कलाकार विपिन कुमार, प्रदीप तिवारी, मनीष कुमार, रामकृष्ण कथा परिवार नवादा के अवधेश ¨सह, राजेश कुमार श्री, सुभाष ¨सह समेत सैकड़ों की संख्या लोग उपस्थित थे।