कस्तूरबा बालिका विद्यालय में शिक्षक का टोटा
प्रखंड में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय इन दिनों उपेक्षा का दंश झेल रहा है। जिससे छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नवादा। प्रखंड में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय इन दिनों उपेक्षा का दंश झेल रहा है। जिससे छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस विद्यालय में 6वीं, 7वीं, और 8 वीं की पढ़ाई की व्यवस्था है। 100 छात्राओं के मुकाबले इस विद्यालय में मात्र एक महिला शिक्षक प्रभारी वार्डेन के रूप में कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त 3 रसोईया, 1 आदेशपाल और 1 रात्रि प्रहरी हैं। छात्राओं को पढ़ने के लिए छात्रावास से एक मील दूरी तय कर मध्य विद्यालय अकबरपुर जाना पड़ता है। विद्यालय से छुट्टी मिलने के बाद छात्राएं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के छात्रावास में शिक्षा ग्रहण करती हैं। प्रभारी वार्डेन सविता कुमारी ने बताया कि विद्यालय में छात्राओं की संख्या 100 है। जिनमें अनुसुचित जाति के 63, अतिपिछड़ी जाति की 19, पिछड़ी जाति के 16, अल्पसंख्यक छात्राओं की संख्या 2 है। फिलहाल विद्यालय में सृजित पद के विरूद्ध मात्र एक ही महिला शिक्षक कार्यरत हैं। पूर्व में कार्यरत कुमारी आमिता के गोपालपुर उच्च विद्यालय और अरूणा साव के मस्तानगंज प्राथमिक विद्यालय में योगदान दे दिए जाने से दो वार्डेन का पद रिक्त हो गया। तब से अबतक किसी और वार्डेन की नियुक्ति विद्यालय में नहीं हो सकी है। विद्यालय में लेखापाल का पद भी वर्षो से रिक्त है। जिसका प्रतिकुल असर छात्राओं की पढाई-लिखाई पर पड़ रहा है। जिससे छात्राओं में नारजगी है। इस विद्यालय का भवन अलीशान है। फिर भी यहां बिजली, पानी, शौचालय की व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। विद्यालय में मीनू के अनुसार समय पर छात्राओं को भोजन दिया जाता है। छात्राओं की सुरक्षा के लिए विद्यालय भवन के चारों ओर बाउंड्री का निर्माण किया गया है। परन्तु शिक्षक की कमी है। इस बाबत विद्यालय संचालक सुधीर कुमार ने बताया कि शिक्षक की कमी एवं अन्य संसाधनों को देखते हुए विभाग से पत्राचार किया जा चुका है, परन्तु कार्रवाई शून्य है।
उत्साह के साथ नव साक्षरों ने दी परीक्षा
संसू, वारिसलीगंज (नवादा) : रविवार को साक्षरता महा परीक्षा में 4860 नवसाक्षरों ने भाग लिया। इस आशय की जानकारी देते हुए प्रखंड साक्षरता सचिव सह समन्वयक चंद्रमौली शर्मा ने बताया कि साक्षर भारत मिशन के तहत आयोजित इस परीक्षा में 1631 पुरूष व 2509 महिलाएं शामिल हुई। जबकि महादलित, अल्पसंख्यक एंवअतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत 602 महादलित तथा 118 अतिपिछड़ा महिलाओं ने परीक्षा दी। प्रखंड में कुल 17 केंद्रों पर महापरीक्षा आयोजित हुई। परीक्षा को सफल बनाने को ले सचिव चंद्रमौली समेत केआरपी अनिल कुमार, प्रखंड लेखा समन्वयक संजय कुमार तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हरेंद्र प्रसाद काफी सक्रिय देखे गए।
काशीचक : प्रखंड क्षेत्र के सभी सात पंचायतों के लोकशिक्षा केंद्रों पर रविवार को बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा आयोजित हुई। डीपीओ ¨चता कुमारी, साक्षरता समन्वयक सकलदेव ¨सह, केआरपी राजेश कुमार ने महापरीक्षा की मॉनिट¨रग के बाद बताया कि महापरीक्षा में 2130 नवसाक्षर ने भाग लिया। केंद्राधीक्षक की मौजूदगी में परीक्षा बाद कॉपियों को सील किया गया। परीक्षा संपन्न कराने में प्रेरक टोलासेवक दिनभर मुस्तैद रहे।
सिरदला : प्रखंड के पंद्रह केंद्रों पर साक्षर भारत मिशन के तहत 4125 महिला व अक्षर आंचल योजना के तहत 1520 महिलाओं ने बुनियादी परीक्षा दिया। केआरपी उदय प्रसाद, बृजनंदन चौधरी, वरीय प्रेरक प्रमोद यादव, उर्मिला देवी, गीता देवी, अनिल कुमार, अशोक कुमार, शंकर राजवंशी, सुनील कुमार, कृष्णा चौधरी के द्वारा बुनियादी परीक्षा लेते देखा गया। बुनियादी परीक्षा देकर ग्रामीण महिलाएं काफी प्रसन्न दिख रही थी।
रोह : प्रखंड में कुल 5024 महिला पुरुष परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा केंद्रों पर कदाचार रोकने के लिए शिक्षकों की तैनाती की गई थी। कुंज में वरीय प्रेरक निवोदिता सिन्हा एवं अमन घोष,मोरमा में अर¨वद कुमार सिन्हा, माडरा में अमरेंद्र कुमार, भट्टा में सिद्धेश्वर प्रसाद, छनौन में संजय कुमार आदि के नेतृत्व में परीक्षा आयोजित की गई। महापरीक्षा का निरीक्षण प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार ¨सह, केआपी मो मोईजउद्दीन, प्रखंड समन्वयक मो. एहसान अहमद कर रहे थे।