प्रायोगिक परीक्षा का भी शिक्षक करेंगे बहिष्कार
वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा जिला इकाई द्वारा इंटरमीडिएट परीक्षा के उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार शनिवार को ग्यारहवें दिन भी जारी रहा।
नवादा। वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा जिला इकाई द्वारा इंटरमीडिएट परीक्षा के उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार शनिवार को ग्यारहवें दिन भी जारी रहा। अब मोर्चा ने प्रायोगिक परीक्षा का भी बहिष्कार करने का एलान किया है। शनिवार को गांधी इंटर विद्यालय परीक्षा मूल्यांकन केन्द्र पर महासचिव डॉ. जगत नारायण दास की अध्यक्षता में संघ की हुई आपात बैठक में इसका निर्णय लिया गया। 27 मार्च से प्रायोगिक परीक्षा का आयोजन होना था। मूल्यांकन के बाद प्रायोगिक परीक्षा के बहिष्कार की घोषणा से छात्र-छात्राओं की परेशानियां बढ़नी तय हो गई है। इंटर के साथ ही मैट्रिक परीक्षार्थियों की भी मुश्किलें बढ़ेगी। गौरतलब है कि वित्त रहित शिक्षकों के बहिष्कार के चलते अबतक इंटर का मूल्यांकन कार्य आरंभ नहीं हो सका है। वित्त रहित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लगातार मूल्यांकन केन्द्रों नर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में परीक्षाफल का प्रकाशन में विलंब होना तय माना जा रहा है। नगर के गांधी इंटर विद्यालय व कन्हाई कॉलेज को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है।
प्रो. हरिहरनाथ गुप्ता, प्रो. अरूण कुमार बोस, प्रो. सुनील कुमार चौधरी, प्रो. कुलदीप नारायण कलाधर, प्रो.इंदूभूषण प्रसाद ¨सह, प्रो. कमलनयन, प्रो. तुलसी प्रसाद यादव, प्रो. विश्वनाथ शर्मा, प्रो. कृष्णदेव प्रसाद ¨सह, प्रो. नूतन कुमारी, प्रो. अंजनी कुमार, प्रो. राजन कुमार, प्रो. हरि ठाकुर, प्रो. नरेश कुमार, प्रो. प्रमोद कुमार, प्रो. अनिल कुमार, प्रो. निभा कुमारी, प्रो. राधिकारमण ¨सहा, प्रो.अनिता कुमारी, प्रो. अवध किशोर पाण्डेय, प्रो. अनिश कुमार ¨सह, प्रो. सरफराज उद्दीन आदि ने कहा कि सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो आगे आंदोलन को और तेज किया जाएगा।