Move to Jagran APP

दो बार राशि लेने वालों का भी घर अधूरा

नवादा। काशीचक प्रखण्ड क्षेत्र के गरीब आवास विहीन लोगों को अपना घर मुहैया कराने की महात्वाक

By Edited By: Published: Mon, 23 Nov 2015 08:25 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2015 08:25 PM (IST)
दो बार राशि लेने वालों का भी घर अधूरा

नवादा। काशीचक प्रखण्ड क्षेत्र के गरीब आवास विहीन लोगों को अपना घर मुहैया कराने की महात्वाकांक्षी इंदिरा आवास योजना बिचौलियों व अधिकारियों की नाजायज व मोटी कमाई का जरिया बनकर रह गया है। यही कारण है कि करोड़ों रुपये बहाने के बावजूद गरीबों को पक्का मकान नसीब नहीं हो रहा है। अब 187 लाभुकों को एक से अधिक बार योजना का लाभ दिये जाने का खुलासा होने व मामले की जांच की जानकारी मिलते ही लाभुकों में बेचैनी है तो अबतक अहत्र्ता रखने के बावजदू लाभ से दरकिनार किये गये वास्तविक लाभुक मुखर हो उठे हैं। यूं तो वर्ष 1998-99 से ही उक्त योजना के आवंटन में फर्जीवाड़ा हो रहा है। मगर वर्ष 2008 से चालू वित्तीय वर्ष तक उक्त योजना के आवंटन में अनियमितता के रिकार्ड बनाए गए। योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ तो अधिकारियों, कर्मियों से लेकर बिचौलियों में हड़कंप मचा है। -------------------------

loksabha election banner

कुछ उदाहरण देखिए

-चंडीनामा पंचायत की बौरी ग्रामीण रामस्वरूप रविदास, मिन्टु मांझी, बंसती देवी, विनोद मांझी, मर्हेन्द्र मांझी, आदि लाभुकों को दो से तीन बार योजना का लाभ दिया जा चुका है लेकिन आवास अब भी निर्माणाधीन ही है। फर्जीवाड़ा के सच से सामना विगत साल 20 दिसम्बर को प्रखंड कार्यलय में आयोजित जनता के दरबार में कार्यक्रम के दौरान मिली शिकायतों से हुआ। अध्यक्षता कर रहे डीएम ललन जी ने जांच का जिम्मा प्रखंड के वरीय प्रभारी सह जिला पंचायती राज पदाधिकारी को दिया था। जिसमें खुलासा हुआ कि 187 यूनिट ऐसे हैं जिसमें एक ही व्यक्ति को एक से अधिक बार योजना का लाभ दिया गया है।

खुलासे के बाद सकते में हैं अधिकारी व कर्मी

-गड़बड़ी की पुष्टि के बाद कर्मियों व अधिकारियों के चेहरे पर बारह बजने लगे हैं। लाभुक सत्यापन का जिम्मा संभाले विकास मित्रों आवास सहायकों की भूमिका संदेह के घेरे में हैं। कई बीडीओ भी इसमें फंसते दिख रहे हैं। 08 से अबतक इस प्रखंड में कुल 14 बीडीओ काम कर चुके हैं। डीएम ने एसडीएम सदर राजेश कुमार को उन कर्मियों व पदाधिकारियों खासकर बीडीओ को चिन्हित करने का आदेश दिया है जिनके स्तर से फर्जीवाड़ा किया गया है ताकि प्राथमिकी की कार्रवाई हो सके।

वर्ष 2008 से अबतक पदस्थापित बीडीओ

1. उमा शंकर राम 03/05/07 से 02/03/09 तक

2. प्रमोद कुमार पाण्डेय 02/03/09 से 09/03/09 तक

3. मुकुल कुमार 09/03/09 से 03/04/10 तक

4. शिवनाथ ठाकुर 03/04/10 से 30/07/11 तक

5. राजेश वर्मा 30/07/11 से 25/05/12 तक

6. कुमार पंकज 25/05/12 से 23/06/12 तक

7. राजेश वर्मा 24/06/12 से 18/09/12 तक

8. सुधीर कुमार वर्मा 18/09/12 से 06/11/12 तक

9. राजीव रंजन कुमार 06/11/12 से 06/05/13 तक

10. सरदार हर दयाल ¨सह 06/05/13 से 22/05/14 तक

11. प्रभात केशरी 22/05/14 से 26/08/14 तक

12. रितेश कुमार 26/08/14 से 08/09/14 तक

13. दीपक कुमार कौशिक 19/09/14 से 13/10/14 तक

14. मो. जुलफकार आदिल 13/10/14 से अब तक

बोले लाभुक

- डेढ़ साल पहले 50 हजार का चेक मिला था। जिसमें 12 हजार बनारस महतो ने रिश्वत ले लिया। पैसा के अभाव में छत नहीं बन रहा है। जबकि दो बार लाभ देने कि बात कही जा रही है।

विनोद मांझी, बौरी गांव के लाभुक।

------------------------ दो साल पूर्व 30 हजार का चेक मिला था। जिसमें 5 हजार विकास मित्र ने रिश्वत ले लिया। पैसे के कारण ढलाई नहीं हो सकी है। जबकि चार लाभ देने की चर्चा है।

विनोद मांझी, बौरी गांव के लाभुक।

-बिचौलिया को पैसा नहीं देने के कारण बीपीएल में कम अंक रहते लाभ नहीं मिल सका है।

बिजली चौधरी, बौरी गांव के प्रतीक्षारत लाभुक।

बोले अधिकारी

- जांच का मामला बड़े अधिकारियों के पास है। बगैर जांच के कुछ कहना संभव नहीं है।

जुल्फीकार आदिल, बीडीओ, काशीचक।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.