पंचायत चुनाव में आचार संहिता की अनदेखी
नवादा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। प्रत्याशियों
नवादा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। प्रत्याशियों द्वारा सार्वजनकि स्थलों मसलन धार्मिक स्थानों से लेकर सरकारी व निजी भवनों के साथ बिजली व टेलीफोन के खंभों, गुमटियों तक में पोस्टर-पर्चे चिपकाये जा रहे हैं। चुनाव आयोग के संपत्ति निरूपण अधिनियम के तहत प्रत्याशी सिर्फ अपने घर, चुनाव कार्यालय के साथ अनुमति प्राप्त प्रचार वाहनों पर ही बैनर-पोस्टर का इस्तेमाल कर सकते हैं। आदर्श आचार संहिता अनुपालन के लिये टीम का गठन किया गया है जिन्हें कार्रवाई करनी है। लेकिन कार्रवाई में शिथिलता बरती जा रही है। चारों ओर देखा देखी नियमों की धज्जियां उड़ रही है। और तो और मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिये प्रलोभन दिया जा रहा है। कहीं कल्याणकारी योजनाओं का खैरात बांटी जा रही है तो कहीं रोशनी की व्यवस्था व चापाकल गाड़े जा रहे हैं। इतना ही नहीं कहीं कहीं पुल तक का निर्माण कराया जा रहा है। ऐसी भी बात नहीं है कि शिकायतें नहीं की जा रही है। बावजूद प्रशासन ने मौन धारण कर रखा है। कई पीडीएस विक्रताओं ने अपनी पत्नी से लेकर संबंधियों को चुनाव मैदान में उतारा है। वे मतदाताओं को लुभाने के लिये मुफ्त में अनाज व किरासन उपलब्ध करा रहे हैं। इसके प्रमाण के साथ शिकायतें भी की गयी, लेकिन परिणाम वही हुआ ढाक के तीन पात। रजौली के जोगयिामारन के एक मुखिया प्रत्याशी तो बजाप्ता पुल का निर्माण करा रहे हैं। लेकिन शिकायत आने के बाद भी अधिकारी इसकी जांच नहीं करा रहे। यह एक उदाहरण मात्र है। इस प्रकार की कई शिकायातें का गवाह त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव बन रहा है।