वासंतिक नवरात्र आज से, तैयारियां पूरी
वासंती नवरात्र बुधवार से शुरु हो रहा है। इसे लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है।
नवादा। वासंती नवरात्र बुधवार से शुरु हो रहा है। इसे लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। सुबह में कलश स्थापना के साथ ही दुर्गा सप्तसति पाठ शुरु होगा। कलश स्थापना को लेकर कई जगहों से शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। पर्व को भव्य तरीके से मनाने को लेकर श्रद्धालु तैयारियों में जुट गए हैं। पूजा-पंडालों का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है। साथ ही प्रतिमाओं का भी निर्माण किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण इलाकों में चैती नवरात्र को लेकर तैयारियां चल रही हैं। सदर प्रखंड के कादिरगंज रानीहट्टी, शादीपुर गांव, अकबरपुर प्रखंड के तेयार गांव में पूजा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। तेयार गांव में काली पूजा की तैयारी चल रही है। वर्ष 1935 से ही इस गांव में काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है। चैती नवरात्र के मद्देनजर ग्रामीण काफी उत्साहित हैं। झारखंड से आए कारीगर पंडाल निर्माण में जुटे हुए हैं। फिलहाल बांस की फ्रे¨मग की जा रही है। इसके बाद कपड़ा से सजाने का काम किया जाएगा। कारीगर ने बताया कि 60 फीट ऊंचा और 40 फीट चौड़ा पंडाल बनाया जा रहा है। पंडाल को मंदिरनुमा आकार दिया जा रहा है। वहीं मूर्ति कारीगर प्रतिमा बनाने में जुटे हुए हैं। मिट्टी से प्रतिमा को आकार दिया जा चुका है। जल्द ही रंग-रोगन व साज-सज्जा का काम शुरु होगा। पूजा कमेटी के अध्यक्ष प्रताप ¨सह व सचिव सतीश सिन्हा ने बताया कि पूजा को लेकर तैयारियां चरम पर है। ब्राह्मण अखिलेश पांडेय, नरेश पांडेय, उमाकांत पांडेय की देखरेख में पूजा का आयोजन होगा।
गांव में बढ़ी चहल-पहल
काली पूजा को लेकर तेयार गांव में चहल-पहल बढ़ गई है। दूसरे जिलों व राज्यों में काम करने वाले लोगों का अपने पूरे परिवार के साथ गांव पहुंचने का सिलसिला शुरु हो चुका है। ग्रामीण बताते हैं कि तेयार के साथ ही आसपास के सभी गांवों के लोग पूजा को लेकर वापस आ रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चों की किलकारियां गांव में गूंजने लगी है। माहौल पूरी तरह से भक्तिमय बना हुआ है।
नाटक का होगा मंचन
चैती नवरात्र के मौके पर पूजा पंडाल के समीप नाटक का मंचन होगा। दो दिन ग्रामीण कलाकार नाटक का मंचन करेंगे। वहीं तीसरे दिन बाहरी कलाकार जागरण की प्रस्तुति देंगे। 4-5 अप्रैल को ग्रामीण कलाकार वीर प्रद्युम्न व ऊं नम: शिवाय शीर्षक पर आधारित नाटक की प्रस्तुति देंगे। वहीं 6 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के कलाकार भक्ति गीतों की प्रस्तुति देंगे। ग्रामीण कलाकार पूर्वाभ्यास में जुटे हुए हैं। ग्रामीण बताते हैं कि वर्ष 1914 से ही नाट्य कला का मंचन किया जा रहा है। ग्रामीण कलाकारों की प्रतिभा देखने को लोगों की काफी भीड़ जुटती है। ग्रामीण रजनीश पांडेय, संजय पांडेय, पंकज ¨सह, शैलेंद्र ¨सह, निशु राज, श्रवण पांडेय, त्रिलोकीनाथ सिन्हा, मनोज कुमार सिन्हा, विजय पांडेय आदि नाटक का पूर्वाभ्यास कर रहे हैं।