जिला अकाल की ओर हो रहा अग्रसर
जिला शनै: -शनै: अकाल की ओर अग्रसर हो रहा है।
नवादा। जिला शनै: -शनै: अकाल की ओर अग्रसर हो रहा है। जून में औसत से काफी कम बारिश होने के कारण भदई फसल को नुकसान तो हुआ ही अब धान की बारी है। आद्र्रा नक्षत्र के अंतिम चरण में हुई बारिश के बाद किसानों ने धान के बिचड़े बोए। बिचड़े तैयार भी हैं लेकिन पानी के अभाव में धान रोपनी का कार्य ठप है। भूगर्भीय जलस्तर के नीचे रहने से निजी मोटर पंप से भी खेतों में धान की रोपाई संभव नहीं है।
जून माह के अंत में मानसून ने जिले में दस्तक दी तथा कमोवेश बारिश की स्थिति अच्छी रही। जुलाई माह में जब बारिश की आवश्यकता है तो मौनसून दगा दे रहा है। अबतक जो स्थिति है यदि मौसम इसी प्रकार का रहा तो नवादा निश्चित रूप से अकाल की चपेट में आ जाएगा। जुलाई 19 दिन व आषढ 10 दिन समाप्त हो चुका है। जुलाई में आमतौर पर जिले में 262 मिलीमीटर बारिश होती है लेकिन अबतक 114 मिलीमीटर बारिश हुई है। ऐसे में नदी नाला सूखा पड़ा है तो भूजल का स्तर काफी नीचे है। हालात यह है कि धान की रोपाई बाधित है।
वैसे जिले में प्रतिदिन कहीं न कहीं बारिश हो रही है। लेकिन वह किसी काम का नहीं। तीखी धूप के कारण पानी बेकार साबित हो रहा है और मौसमी बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे हैं। पर्याप्त बारिश नहीं होने से किसानों की आश टूटने लगी है। जिले की कृषि वर्षा पर आधारित है। सरकारी नलकूप बेकार पड़े हैं तो जलाशयों व नहरों में पानी नहीं है। जो धान जहां कहीं रोपे भी गए हैं वे पानी के अभाव व तीखी धूप के कारण पीले पड़ने लगे हैं। वैसे अभी धान रोपने का समय है लेकिन हालात यही रहा तो जिले में अकाल पड़ना लगभग तय है।