नक्सलियों ने काटा महिला का सिर, लिखा- ये है पुलिस मुखबिरी की सजा
बिहार के नवादा जिले में नक्सलियों ने एक महिला की सिर काटकर निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी। घटना के बाद से इलाके में दहशत कायम हो गया है।
नवादा [जेएनएन]। बिहार के नवादा जिले में एक बार फिर से नक्सलियों का खौफनाक चेहरा सामने आया है। जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल थाना क्षेत्र के गायघाट जंगल में बाराटांड आहर के समीप नक्सलियों ने महिला की गर्दन रेतकर निर्मम हत्या कर दी। सिर को धड़ से काट कर पूरी तरह अलग कर दिया।
शनिवार की सुबह शौच करने गए ग्रामीणों की नजर शव पर पड़ी। मृतका की पहचान गायघाट के कारु तुरिया की पत्नी जया देवी के रुप में हुई। नक्सलियों ने शव के समीप पोस्टर भी छोड़ा है, जिसमें महिला पर पुलिस का एसपीओ और मुखबिर होने का आरोप लगाया गया है। घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई। शव मिलने के घंटों बाद पुलिस घटनास्थल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
क्या है घटना
शनिवार की अलसुबह गायघाट गांव के ग्रामीण करीब आधा किलोमीटर दूर बाराटांड आहर की तरफ शौच करने पहुंचे। तभी लोगों की नजर महिला की लाश पर पड़ी। सिर को धड़ से अलग कर बगल में छोड़ दिया गया था।
वहीं पैर के पास पोस्टर रखा हुआ था, जिसमें लाल रंग से लिखा था कि पार्टी विरोधी, क्रांति विरोधी व जनता विरोधी पुलिस के देखरेख में बने एसपीओ जया देवी को मौत की सजा। नक्सली संगठन द्वारा पोस्टर जारी किया गया था। यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जुट गई।
अचानक घर से हुई गायब
मृतका के आठ वर्षीय पुत्र सुरेश कुमार ने बताया कि वह शुक्रवार की रात अपनी मां के साथ सोया हुआ था। अचानक रात में नींद खुली तो देखा कि मां घर में नहीं है। फिर सुबह में मां की लाश आहर के पास मिली। उसने बताया कि पिता कारु तुरिया बाहर रहकर काम करते हैं। घर में सिर्फ मां-बेटा ही थे।
इधर, जया की हत्या की खबर सुनते ही उसकी मां गुलबी देवी व पिता चंदन तुरिया गायघाट पहुंचे। दोनों का रो-रोकर बुरा हाल था। मृतका का मायके जमुई जिला के खैरा थाना क्षेत्र के परासी गांव में है।
सीआरपीएफ के साथ पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी मिलने के बाद कौआकोल थानाध्यक्ष मनोज कुमार सीआरपीएफ जवानों को लेकर गायघाट जंगल पहुंचे। उन्होंने परिजनों व ग्रामीणों से घटना के बाबत जानकारी हासिल की। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
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थानाध्यक्ष ने कहा कि मृतका न तो पुलिस एसपीओ थी और न ही मुखबिर। कभी भी यह महिला थाना नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने द्वारा पोस्टर छोड़ा गया है। मामले की तहकीकात की जा रही है।
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