अधिग्रहित भूमि का मुआवजा की मांग को बैठक
एनएच 82 को फोरलेन बनाने के लिए सरकार द्वारा अधिग्रहित भूमि का उचित मुआवजा नहीं मिलने से नाराज किसानों की बैठक रविवार को मवेशी अस्पताल में हुई।
नवादा। एनएच 82 को फोरलेन बनाने के लिए सरकार द्वारा अधिग्रहित भूमि का उचित मुआवजा नहीं मिलने से नाराज किसानों की बैठक रविवार को मवेशी अस्पताल में हुई। रामयतन ¨सह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मुआवजा देने में धांधली का आरोप लगाते हुए किसानों ने जमकर भड़ास निकाली और आंदोलन का निर्णय लिया। बैठक को संबोधित करते हुए रामयतन ¨सह ने कहा कि सराकर किसानों के साथ सरासर नाइंसाफी कर रही है। कोई भी सरकार किसानों की उपजाउ तथा घर और खेती लायक जमीन औने-पौने दाम में लेकर विकास की इबादत नहीं लिख सकती। किसान की रोजी रोटी से खिलवाड़ ठीक नहीं है। देश को पालने वाले किसान से धोखाधड़ी सरकार को मंहगी पड़ेगी। किसानों ने बैठक में अधिग्रहित जमीन को एक नम्बर की जमीन मानकर मुआवजा चार गुणा तय करने, भूमि से बेदखल हुए किसानों को हर वर्ष एक अनुपातिक राशि देने, जिन किसानों की जमीन ली गई है उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। दी जाने की मांग की है। इस अवसर पर बब्लु कुमार, अनिल कुमार, नरेश ¨सह, नवल ¨सह, कमलेश चौरसिया, विनोद ¨सह, संतोष कुमार, गुड्डू ¨सह, कृष्णदेव प्रसाद चौरसिया, सुबोध कुमार, शंभु ¨सह, प्रेम चौरसिया, नागेन्द्र कुमार सहित सैकड़ों किसान उपस्थित थे।