सोलर चरखा से जुड़ेंगे कादिरगंज के बुनकर : गिरिराज
जिले में तसर उद्योग के लिए प्रसिद्ध कादिरगंज के बुनकरों के दिन बहुरने वाले हैं।
नवादा। जिले में तसर उद्योग के लिए प्रसिद्ध कादिरगंज के बुनकरों के दिन बहुरने वाले हैं। उन्हें हस्तकरघा के बजाय सोलर चरखा से जोड़ा जाएगा। इससे श्रम की बचत तो होगी ही उत्पादन में भी वृद्धि होगी। उपरोक्त बातें रविवार को केन्द्रीय मंत्री सह सांसद गिरिराज ¨सह ने भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा कादिरगंज में लगाए गए हस्तकला शिविर के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि तसर से कपड़ा निर्माण में जिले के करदिरगंज के बुनकरों का कोई जोर नहीं है। पूंजी व सामान के अभाव में इनकी प्रतिभा कुंठित हो रही है। बाजार का दायरा सिमटता जा रहा है। अब वैसी बात नहीं रहेगी, पूंजी के साथ बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ जल्द ही उन्हें सोलर चरखा उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे आसानी से कम समय में अधिक सूत का उत्पादन कर सकें। बुनकरों द्वारा बाजार की मांग पर उन्होंने कहा कि जल्द ही इसके लिए बात कर सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही जयप्रकाश नारायण के सपनों को पंख लगेगा।
ग्राम निर्माण मंडल की चर्चा करते हुए कहा कि अबतक उन्होंने अपने सिमित साधन के बावजूद जीवित रखा यह बहुत बड़ी बात है। अब यहां के बने तसर के कपड़ों की अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में वे अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जिसके पहले चरण में जल्द ही सोलर चरखा उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे सूत के निर्माण में तेजी आएगी। मौके पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार सिन्हा, सांसद प्रतिनिधि बिट्टू शर्मा, रंजीत यादव, मनीष कुमार गो¨वद आदि मौजूद थे।