परिवार बच्चों की पहली पाठशाला : शर्मा
वरीय नागरिक संघ के अध्यक्ष डॉ. श्रीनंदन शर्मा ने कहा है कि मां अगर गुरू है तो परिवार बच्चों की पहली पाठशाला है।
नवादा। वरीय नागरिक संघ के अध्यक्ष डॉ. श्रीनंदन शर्मा ने कहा है कि मां अगर गुरू है तो परिवार बच्चों की पहली पाठशाला है। भावनात्मक सहयोग व प्रेरणा ये चीजें इंसान के लिए आवश्यक है। इसके बगैर जीवन अधूरा है। ये अगर न रहे तो हौसला बीच में ही अपना दम तोड़ देता है। परिवार जीवन का प्रकाश है तथा सामाजिक जीवन को सुरक्षित रखता है। उपरोक्त बातें उन्होंने सोमवार को नगर भवन परिसर स्थित कार्यालय में परिवार दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि परिवार तो जड़ है जिसकी ¨सचाई की आवश्यकता है ताकि वह आगे भी बना रहे। लोगों के मुसीबत के समय आखिर परिवार ही काम आता है। परंतु आज आधुनिकता के दौर में और भौतिकता की चाहत में इसे बर्बाद करने पर तुले हैं। परिणाम है कि परिवार से दूर रहकर हम जीवन के मूल्यों से दूर हो रहे हैं। गोष्ठी को अन्य लोगों के अलावा डॉ. ओंकार निराला,बच्चू ¨सह, जगदीश वर्मा, शारदा पांडेय, धनराज ¨सह, सरयुग प्रसाद ¨सह, रामावतार प्रसाद, गोपालशरण, सुरेन्द्र प्रसाद साव, सुरेश प्रसाद ¨सह, महेन्द्र प्रसाद ¨सह आदि ने संबोधित किया।