गरीब बच्चों को तकनीक आधारित शिक्षा जरूरी : डीएम
नवादा। प्रखंड के शेरपुर गांव में बुधवार को सूफी संत पब्लिक स्कूल का शुभारंभ डीएम मनोज कु
नवादा। प्रखंड के शेरपुर गांव में बुधवार को सूफी संत पब्लिक स्कूल का शुभारंभ डीएम मनोज कुमार ने किया। इस अवसर पर स्थानीय बच्चों ने राष्ट्रीय गान से कार्यक्रम की शुरुआत की। समारोह का उद्घाटन करते हुए डीएम ने शिक्षा की महता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आधुनिक युग में शिक्षा हर लोगों के लिए अनिवार्य हो गया है। गरीब बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा के साथ-साथ तकनीक आधारित शिक्षा दी जानी चाहिए। ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके। आज के परिवेश में अंग्रेजी शिक्षा जरूरी है, लेकिन तकनीक आधारित शिक्षा से रोजगार के द्वार भी खुलते हैं। आज बड़ी-बड़ी पुस्तकें अग्रेजी में लिखी गई है। जिन बच्चों को अंग्रेजी का ज्ञान नहीं है वे शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ जाते हैं, वहीं जिनकी अंग्रेजी अच्छी है वे हर चीज को अच्छी तरह समझते हैं। आज अधिकांशत: विज्ञान और तकनीक शिक्षा से जुड़ी पुस्तकें अंग्रेजी में लिखी हुई होती है। जो बच्चे अंग्रेजी के जानकर है वे आसानी से सभी पुस्तकों का अध्ययन कर विज्ञान और तकनीक के गुर सीख लेते हैं।
सूफी संत पब्लिक स्कूल के संस्थापक मो. अरशद अफजली ने कहा कि गरीब बच्चों को अंग्रेजी के माध्यम से शिक्षा मिले यह उनका प्रयास रहा है। इसी उद्देश्य से गांव में इस विद्यालय की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि दुनिया डिजिटल की ओर जा रहा है। गरीब बच्चे अंग्रेजी नहीं जाने यह दुर्भाग्य की बात है।
रजौली एसडीओ शंभु शरण पांडेय ने कहा कि बच्चों के विकास में अभिभावक का अहम योगदान होता है। बच्चों के प्रारंभिक गुरू उनके अभिभावक ही होते हैं। एसडीपीओ उपेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में अंग्रेजी माध्यम के शैक्षणिक संस्थान बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में सहायक होते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता संचालक मो. अरशद असरफी और मंच का संचालन मो. आलम खां ने किया। मौके पर मो. कलीम वारिसी, मो. जसीम उद्दीन, नुसरत आलम, तराना खातुन, नेहा प्रवीण, तलवीर आलम, सबीर आलम आदि लोग मौजूद थे।