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धुआं-धुआं ¨जदगी में उज्ज्वला की खुशहाली

धुएं की घुटन में जीने वाली शीला और फुलमती आज मुस्कुरा रही है।

By Edited By: Published: Mon, 29 Aug 2016 08:40 PM (IST)Updated: Mon, 29 Aug 2016 08:40 PM (IST)
धुआं-धुआं ¨जदगी में उज्ज्वला की खुशहाली

नवादा। धुएं की घुटन में जीने वाली शीला और फुलमती आज मुस्कुरा रही है। सुबह और शाम उसे चुल्हे के समीप खांसने और आंख से आंसू टपकने की नौबत नहीं आ रही है। प्रधानमंत्री की उज्ज्वला योजना ने उसकी ¨जदगी में खुशहाली ला दी है। शीला व फुलमंती तो सिर्फ उदाहरण हैं, शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे हजारों परिवार हैं जिनकी ¨जदगी चुल्हे के धुएं से काली हो रही थी। अब शहर के ऐसे 617 से ज्यादा परिवारों की ¨जदगी को उज्ज्वला ने धुएं से निकाल कर खुशनुमा बना दिया है।

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चुल्हे से निकलते धुआं और कालिख ने रजौली के भुसड़ी गांव निवासी शीला देवी के घर की दिवाल को ही काला नहीं किया बल्कि शरीर को भी बदरंग कर दिया था। घड़ी-घड़ी खांसने वाली शीला के परिवार के अन्य सदस्यों का भी कुछ ऐसा ही हाल था। शीला खाना बनाने से ही डरने लगी थी। च्च्चों का भी हाल बुरा हो गया था। उन्हें कोई न कोई बीमारी लगी ही रहती थी। डॉक्टरों के यहां आए दिन जाना पड़ता था। उज्ज्वला योजना के तहत अब उन्हें एलपीजी गैस कनेक्शन मिल गया है। अब खाना बनाते वक्त परिवार के लोग घर छोड़कर बाहर नहीं जाते हैं। और च्च्चे भी पढ़ाई कर पाते हैं। इससे उनके जीवन में खुशियों की बहार आ गई है।

हरदिया के जाजपुर बस्ती की फुलमतिया के पास पैसा न होने से एलपीजी कनेक्शन लेना उसके लिए सपने जैसा था। लकड़ी व गोयठा की आग पर खाना बनाना उसकी मजबूरी थी। धुएं में घुटती ¨जदगी परिवार के दूसरे सदस्यों को भी बीमारी दे रही थी। एक तो पैसा नहीं था उपर से परिजनों की दवाई का खर्च अलग से बढ़ गया था। उज्ज्वला योजना से उन्हें एलपीजी कनेक्शन मिला तो खुशी का ठिकाना ना रहा। चाय बनाने के लिए उन्हें लकड़ी को सुलगाना नहीं पड़ रहा है। इससे उनके परिवार में खुशी है। फुलमतिया कहती है कि एलपीजी से अब उसका बहुत समय बचता है।

अगर आप बीपीएल धारी है तो लें कनेक्शन

-अगर आप बीपीएल कार्ड धारी हैं तो आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। एलपीजी कनेक्शन लेने के लिए बीपीएल कार्ड के साथ परिवार के मुखिया महिला का आधार कार्ड, महिला की बैंक पासबुक और दो फोटो लेकर नजदीकी गैस एजेंसी में जाएं। वहां कनेक्शन के लिए कोई पैसा नहीं लगेगा। सभी शुल्क बाद में मिलने वाली सब्सिडी की धनराशि से समाहित कर ली जाएगी।

अबतक दिए गए कनेक्शन

-गीता इंडियन में 866 फार्म आया जिसके विरुद्ध 310 को एलपीजी कनेक्शन दिया गया।

-निशा भारत गैस एजेंसी में 1250 आवेदन आया जिसके विरुद्ध 307 को कनेक्शन मिला।


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