पाक से आई गीता पर नवादा के दंपति का दावा
नवादा। पाकिस्तान से भारत लौटी दिव्यांग गीता को अपनी बेटी होने का दावा नवादा के एक दंपति ने
नवादा।
पाकिस्तान से भारत लौटी दिव्यांग गीता को अपनी बेटी होने का दावा नवादा के एक दंपति ने किया है। प्रखंड क्षेत्र के धमौल ओपी अंतर्गत आकुब बिगहा-धरहरा के लखन चौहान व उनकी पत्नी चमेलवा देवी ने सोमवार को नवादा डीएम मनोज कुमार से मिलकर गीता को अपनी बेटी बताते हुए उससे मिलवाने का अनुरोध किया है। डीएम ने आवश्यक कार्रवाई के आश्वासन दिए हैं। अखबरों में गीता की फोटो देखकर दंपति ने उसे अपना औलाद बतया है। ग्रामीण खलीफा जी,नारायण चौहान,सुर्यदेव यादव,बरोही चौहान,ब्राहील जी,रामखेलावन चौहान,केदार चौहान,सुर्यदेव प्रसाद यादव,हेमराज आदि ने भी फोटो देखकर उसे अपने गांव की बेटी बताया है।
पिता बताते हैं कि जन्म से मुक बधिर बेटी जो कि वर्तमान में गीता है अपने चार भाई-बहनों में दुसरे नंबर पर की शादी वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के जोगना ठीका गांव निवासी अमृत चौहान के बेटे साधु चौहान के साथ की गई थी। लगभग 15 वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी। तब वह छोटी सी थी। उसकी उम्र उस समय लगभग दस वर्ष की आस-पास की थी। वह जिस दिन अपने ससुराल गई ठीक उसी रात वह लापता हो गई थी। काफी खोज बीन किया परन्तु कोई सफलता नहीं मिली थी। मां-पिता की निगाहें उसे आज भी ढूंढ़ रही है। उसके बायें आंख के तरफ कटे का निशान है जो कि घर के ही चापाकल के समीप गिरने से कट गया था। उसके द्वारा घर के सामने लगाया गया नारियाल,आम तथा शीशम का पेड़ आदि उसकी याद को भुलने नहीं देती है । लखन बताते हैं कि उनके एक दोस्त सुरेन्द्र यादव ने गीता के बारे में बताया और फिर अखबार में छपी फोटो उसे दिखाया था। दंपति का दावा है कि गीता उसकी ही बेटी है। फोटो से एक झलक में ही पहचान गया।