राजस्व कचहरी का भवन खंडहर में तब्दील
प्रखंड का पुनौल राजस्व कचहरी भवन खंडहर में तब्दील हो गया है।
नवादा। प्रखंड का पुनौल राजस्व कचहरी भवन खंडहर में तब्दील हो गया है। मरम्मति व रख-रखाव की ओर किसी का ध्यान नहीं है। दो दशक पूर्व राजस्व की वसूली के लिए कचहरी भवन काफी महत्वपूर्ण था। लोगों को भू लगान जमा करने और रसीद कटाने के लिए कहीं अन्यत्र नहीं जाना पड़ता था। राजस्व कर्मचारी यहीं रह कर जमीन का लगान वसूली करते थे। यह कचहरी साधन-संसाधन से पूर्ण रहा करता था। परन्तु अब राजस्व कचहरी भवन के अस्तित्व पर ही संकट है।
भवन खंडहर में तब्दील हो गया है। रिपेय¨रग के लिए वर्षों से तरस रहा है। प्रखंड में कुल 3 कचहरी पुनौल ,गंगटा तथा नरहट था। जिसमें गंगटा तथा नरहट का अस्तित्व कब का समाप्त हो गया है। पुनौल कचहरी जिसका खाता नं 470 ,प्लाट नं 1921 एराजी 19 डी. है का अस्तित्व पर भी संकट है। कचहरी खंडहर में तब्दील है। यहां काम करने वाले कर्मचारी किसी दिन बड़े हादसे का शिकार हो सकते है। पुराने भवन में पड़ी दरार यह साबित करती है कि सरकार का इस पर कोई ध्यान नहीं है। सरकार पंचायतों में करोड़ों रुपये विकास की योजनाओं पर प्रत्येक साल खर्च करती है परन्तु राजस्व कचहरी की ओर ध्यान नहीं जाता है। अब हाल ये कि राजस्व कचहरी का इस्तेमाल नहीं होता है। लोगों को कर्मचारी के आवास पर ही रसीद कटाने के लिए जाना पड़ता है या फिर कर्मचारी गांव गांव घूम घूम कर रसीद काटते हैं।