दावा आपत्ति का नहीं किया गया निपटारा
नवादा। अकबरपुर प्रखंड पचरूखी पंचायत की वार्ड नम्बर 8,9 व 10 के लिये बनाये गये मतदाता सूचि में ग
नवादा। अकबरपुर प्रखंड पचरूखी पंचायत की वार्ड नम्बर 8,9 व 10 के लिये बनाये गये मतदाता सूचि में गड़बड़ी की शिकायत समाहर्ता सह जिला निर्वाची पदाधिकारी से मतदाताओं ने की है। पचरूखी के अल्पसंख्यक,दलित व महादलित मतदाताओं का आरोप है कि उनका मतदान केन्द्र बदलकर गांव से दो किलोमीटर उत्तर लोदीपुर किये जाने से उन्हें मतदान से बंचित होना पड़ेगा। सोहैल अनवर,पूर्व मुखिया संजय कुमार कुशवाहा,तरन्नुम बानो,सोनी प्रवीण,इमरान खान आदि ने मामले की जांच कर सुधार के साथ दोषी बीएलओ व संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
एक अन्य आवेदन में लोदीपुर के मतदाताओं ने भी इसी प्रकार की शिकायत समाहर्ता को आवेदन देकर की है। सुरेश प्रसाद वर्मा,ब्रम्हचारी प्रसाद,शंकर प्रसाद,अरविन्द ¨सह,विकास कुमार आदि का आरोप है कि वे सभी पूर्व में वार्ड नम्बर 5 सामुदायिक भवन व वार्ड नम्बर 6 पुस्तकालय भवन के मतदाता रहे हैं। नये मतदाता सूचि में उन्हें वहां से दूर पचरूखी के वार्ड संख्या 8,9 व 10 में नाम जोड़ दिया गया है। जिससे वहां जाकर मतदान करना संभव नहीं है। इसमें वार्ड संख्या 5 के क्रम संख्या 35 से 597 कुल 563 के साथ वार्ड संख्या 6 के क्रमांक 1 से 677 मतदाता पचरूखी के हैं। पूर्व में इनका मतदान केन्द्र 8 का मध्य विद्यालय पचरूखी,9 का पंचायत भवन पचरूखी व 10 का उर्दू प्राथमिक विद्यालय पचरूखी हुआ करता था। मतदाताओं ने जिला निर्वाची पदाधिकारी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए सुधार की मांग की है।
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किस गांव के मतदाता कहां जाएंगे
-पचरूखी वार्ड संख्या 8 के क्रम 81 से 364 कुल 284,वार्ड नम्बर 5 लोदीपुर
-वार्ड नम्बर 9 क्रम 1 से 279 कुल 279,वार्ड संख्या 5 लोदीपुर
-वार्ड नम्बर 10 क्रम संख्या 1 से 497 कुल 497,वार्ड नम्बर 6 लोदीपुर में करेंगे मतदान।
इसी प्रकार लोदीपुर वार्ड नम्बर 5 के क्रम 85 से 597 कुल 563,वार्ड संख्या 10 पचरूखी
वार्ड नम्बर 6 क्रम संख्या 1 से 677 वार्ड नम्बर 8 पचरूखी में मतदान करने को विवश किया गया है। इस प्रकार मतदाता सूचि में भारी गड़बड़ी से दोनों गांव के मतदाता जहां परेशान हैं वहीं मतदान केन्द्र बदलने का मांग आरंभ की है। आवश्यकता पड़ने मांग अगर जनआन्दोलन का रूप ले ले तो कोई आश्चर्य नहीं। -------------------
पूर्व में भी की गई है शिकायत
-दरअसल ग्रामीणों ने पूर्व में ही बीडीओ से शिकायत की थी। लेकिन दावा-आपत्ति का निष्पादन नहीं किया गया। तब लोगों ने डीएम से शिकायत की।