बारिश के बाद शहर में जलजमाव का नजारा
नवादा। शनिवार की शाम हुई मूसलाधार बारिश के बाद शहर के कई स्थानों पर जलजमाव का नजारा देखने को मिल रहा
नवादा। शनिवार की शाम हुई मूसलाधार बारिश के बाद शहर के कई स्थानों पर जलजमाव का नजारा देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही कई स्थानों पर कीचड़ पसर गया है। बारिश के बाद जाम पड़ी नालियों का पानी सड़क पर बह रहा है। जिसके चलते राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है। हालांकि बारिश के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है।
शहर स्थित विजय बाजार, साहेब कोठी गली, गोला रोड आदि इलाकों की स्थिति नारकीय हो गई है। कीचड़ पसरे रहने और जलजमाव के कारण लोगों का पैदल चलना दूभर हो गया है। लोगों का कहना है कि नालों की सफाई नहीं कराये जाने के कारण जाम नाले का पानी बारिश के बाद सड़क पर बह रहा है। जो लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। खरीदारी के लिए बाजार पहुंचे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
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- हल्की बारिश बाद रेलवे प्लेटफार्म बन जाता है झील
संवाद सूत्र, वारिसलीगंज (नवादा): किउल-गया रेल खंड का अति व्यस्त रेलवे स्टेशन वारिसलीगंज कुव्यवस्था का शिकार है। स्टेशन परिसर के बाहरी हिस्से को छोड़िए प्लेटफार्म पर इतनी गंदगी रहती है कि यात्रियों को बैठने में परेशानी हो रही है। हालांकि बारिश के बाद प्लेटफार्म के कई स्थानों पर पानी जमा हो जाता है। फलत: ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री को बैठने भर की जगह नहीं रहती है। आलम यह है कि बरसात के दिनों में स्टेशन की गंदगी यात्रियों को नाक पर रूमाल रखने को मजबूर करती है। प्लेटफार्म पर गंदगी का मुख्य कारण अवैध रूप से लगने वाला ठेला-खोमचा होता है। हालांकि इन छोटे-छोटे विक्रेताओं की मानें तो ठेला लगाने या अन्य किसी प्रकार की सामग्री बिक्री के एवज में प्रति दिन 20-50 रु. तक किराया देते हैं जो रेलवे के खाते में नहीं जाता है। अलबत्ता गंदगी से स्टेशन को रूबरू होना पड़ता है। स्टेशन प्रबन्धक भागवत रविदास कहते हैं कि अनाधिकृत खोमचे वाले से कौन वसूली करता है, स्टेशन के किसी अधिकारी नहीं जानते हैं। वसूली चाहे जो भी करे गंदगी सफाई की मुकम्मल व्यवस्था होनी चाहिए।