जयंती पर याद किये गये कथा सम्राट प्रेमचंद
नवादा। प्रगतिशील लेखक संघ के बैनर तले शुक्रवार को शिवम रेसीडेंसी में कथा सम्राट प्रेमचंद की जयंती सम
नवादा। प्रगतिशील लेखक संघ के बैनर तले शुक्रवार को शिवम रेसीडेंसी में कथा सम्राट प्रेमचंद की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। उद्घाटन कथाकार मिथिलेश ने किया। उन्होंने कहा कि पूंजीवाद को तोड़ने के लिए सामूहिक प्रयास जरुरी है। विशिष्ट अतिथि के रुप में मौजूद दिनकरनामा के रचयिता डा. दिवाकर ने सद्गति कहानी के माध्यम से आज के संघर्ष को प्रेमचंद की परिपेक्ष्य में प्रस्तुत किया। अन्य वक्ताओं ने प्रेमचंद की जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेमचंद दुबे ने की। संचालन अशोक समदर्शी ने किया। मौके पर शंभु विश्वकर्मा, जयनंदन, नरेंद्र प्रसाद सिंह, डा. संजय कुमार सिन्हा, दशरथ प्रसाद, दीन बंधु, परमानंद, नागेंद्र कुमार बंधु, सच्चिदानंद सितारे हिंद, रामस्वरुप, अवधेश प्रसाद, नित्यानंद आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के बैनर तले महान उपन्यासकार व कथाकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती मनाई गई। अध्यक्षता केएलएल कालेज के पूर्व प्राध्यापक प्रो. नवीन चंद्र चौधरी ने की। डा. ओंकार निराला ने प्रेमचंद की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद यथार्थवादी साहित्यकार हैं। मौके पर प्रो. रविजी, प्रो. विनोद कुमार, अजय कुमार उर्वशी, मधुसूदन प्रसाद सिंह, श्वाति, वंदना, विनय कुमार सिंह, दीपांकर, शिवानी आदि उपस्थित थे। कन्हाई इंटर विद्यालय में प्रधानाध्यापक रामशरण प्रसाद यादव की अध्यक्षता में प्रेमचंद जयंती मनाई गई। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद ने रंगभूमि, गोदान, गबन, कफन, ईदगाह, बड़े घर की बेटी आदि कई रचनाएं लिखीं। डा. राकेश ने कहा कि प्रेमचंद सांझी संस्कृति के पोषक थे। मौके पर रविंद्र कुमार पांडेय, शैलेश कुमार रंजन, राजीव रंजन सिंह, वीरेंद्र कैथाडे, विभा कुमारी, प्रमिला कुमारी, मुरली मनोहर, अजय कुमार, अयोध्या साव, नौशाद, विजय, अनिल आदि उपस्थित थे।