निष्काम कर्मयागी थे स्वामी सहजानन्द सरस्वती
नवादा। वरीय नागरिक संघ के अध्यक्ष डा.श्रीनन्दन शर्मा ने कहा है कि स्वामी सहजानन्द सरस्वती किसान आन्द
नवादा। वरीय नागरिक संघ के अध्यक्ष डा.श्रीनन्दन शर्मा ने कहा है कि स्वामी सहजानन्द सरस्वती किसान आन्दोलन के जनक,जन्मजात क्रांतिकारी पुरूष थे। उनका जीवन आज भी खुली किताब है जिससे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उनका जीवन संघर्षो के साथ ही महान त्याग का इतिहास रहा है। जमींदारी प्रथा के उन्मूलन में उनके योगदान को कभी भूलाया नहीं जा सकता है। उपरोक्त बातें उन्होंने शुक्रवार को स्वामी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
सरयू प्रसाद सिंह ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्वामी जी मानवीय मूल्यों के संवाहक थे। उनके उच्च आदर्शो व विचारों के साथ जीवनी से सबक लेने की आवश्यकता है। आजादी के 67 साल बाद भी उनका सपना आज भी अधूरा है। उन्होंने लोगों से उनके संदेशों को जन जन तक पहुंचाने की अपील की। समारोह को डा.ओंकार निराला,बच्चू सिंह,कार्यानन्द शर्मा,उमेश प्रसाद,गौरीशंकर प्रसाद,अंजनी कुमार दीक्षित आदि ने संबोधित करने के पूर्व चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।