महिलाओं की आजादी छीनने का प्रयास : मीना
जागरण संवाददाता, नवादा : देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास चल रहा है। लव जिहाद के नाम पर महिलाओं की आजादी छीनने का प्रयास किया जा रहा है। उक्त बातें मंगलवार को होटल कृष्णा पैलेस सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कही।
उन्होंने कहा कि संघ परिवार और उनका प्रतिनिधित्व कर रही भाजपा लव जिहाद का मिथक प्रयास कर रही है। यह अल्पसंख्यक समुदाय से ज्यादा महिलाओं की आजादी पर हमला है। जीवन साथी चुनने पर पहरेदारी की जा रही है। लव जिहाद पूरी तरह से महिला विरोधी व सांप्रदायिक अभियान है। श्रीमती तिवारी ने केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री बयान देते हैं कि शराब को महंगा कर दिया जाएगा ताकि गरीब शराब का सेवन न कर सकें। वहीं पंचायत स्तर पर शराब की दुकानें खोली जा रही है। यह सरकार को दोहरा मानदंड है। जिसकी ऐपवा भर्त्सना करती है। उन्होंने कहा कि बिहार-झारखंड में शराब बहुत बड़ी बर्बादी के रुप में सामने आया है। सरकार शराब माफियाओं के संरक्षण में चल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार मानदेय के नाम पर महिलाओं से बेगारी करवा रही है। यहां तक स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने वाली महिलाओं से सही ढंग से बात नहीं की जाती है। उन्हें असम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। मानदेय पर कार्य करने वाली महिलाओं को संगठित किया जाएगा और उनके नियमितीकरण को लेकर देश में आंदोलन चलाया जाएगा।
ऐपवा की राष्ट्रीय सचिव कविता कृष्णन ने कहा कि दुष्कर्म के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया जाता है। जबकि दुष्कर्म के लिए तमाम सरकार व पुलिस प्रशासन जवाबदेह है। दुष्कर्म के लिए सत्ता को दोषी ठहराया जाना चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर उनके पहनावा, रहन-सहन, निजी जीवन पर पहरेदारी की जा रही है। ऐपवा बालिग लड़कियों की पहरेदारी के खिलाफ अभियान चलायेगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आज जो भी अधिकार मिला है इसके महिलाओं ने संघर्ष किया है। सरकार ने दान नहीं दिया है। उन्होंने विभिन्न राज्यों में होने वाली विधानसभा चुनाव को लेकर अंदेशा जताया कि भाजपा नफरत फैलाकर चुनाव जीतना चाहती है।
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राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कार्यक्रमों की रुपरेखा तय
संवाद सूत्र, नवादा : होटल कृष्णा पैलेस सभागार में चल रही ऐपवा की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक का समापन मंगलवार को हुआ। ़इससे पहले बैठक में विभिन्न कार्यक्रमों की रुपरेखा तय की गई। राष्ट्रीय ़महासचिव मीना तिवारी ने बताया कि नवंबर महीने में सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। पूरे देश में पांच लाख महिलाओं को सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र की चर्चा करते हुए कहा कि उपस्वास्थ्य केंद्रों में महिला चिकित्सक नहीं हैं। अधिकांश प्रखंड मुख्यालयों में भी महिला चिकित्सक नहीं है। उपस्वास्थ्य केंद्रों में महिला चिकित्सकों की मांग को लेकर 18 से 25 सितंबर तक जिला मुख्यालयों में धरना दिया जाएगा। युवतियों व महिलाओं की आजादी व बराबरी की मांग को लेकर 15 से 25 नवंबर तक देश के प्रमुख शहरों में सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। मानदेय आधारित कर्मियों की सेवा को नियमित करने की मांग को लेकर आंदोलन किया जाएगा।
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बैठक में कई प्रस्ताव हुए पारित
नवादा : ऐपवा राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कई प्रस्ताव पारित किये गये। पार्टी के राष्ट्रीय परिषद की सदस्य व जिला सचिव सावित्री देवी ने बताया कि बैठक में लव जेहाद के खिलाफ आंदोलन तेज करने, दुष्कर्म के विरुद्ध सशक्त लड़ाई करने का निर्णय लिया गया। सत्ताधारियों, मंत्रियों, सांसद, पुलिस अधिकारियों व प्रशासकों के स्त्री विरोधी और दुष्कर्मियों के समर्थन में दिये गये वक्तव्यों की निंदा की गई। साथ ही कश्मीरियों के दमन को जायज ठहराने की राजनीति की भर्त्सना की गई। मौके पर प्रतिमा इंगिपी, सुधा चौधरी, फरहत बानो, सूरज त्रिपाठी, गीता पांडेय, मिनाली, चैताली, कल्याणी गोस्वामी, प्रो. भारती एस कुमार, संध्या, मधु, आर नागमणि, सरोज चौबे, अर्चना, अनिता सिन्हा, अरुणा समेत बीस राज्यों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।