नवादा :: अनुमंडल की मांग को ले बंद रहा वारिसलीगंज
- वारिसलीगंज व काशीचक में रोकी गईं ट्रेनें
- 53624 डाउन पैसेंजर ट्रेन नवादा स्टेशन से लौटी गया
- सड़क मार्ग पर वाहनों का परिचालन रहा ठप
-व्यवसायियों ने स्वेच्छा से बंद रखी दुकानें
-डीएम-एसपी सरकार तक पहुंचाएंगे मांगें
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जेएनएन, नवादा : वारिसलीगंज को अनुमंडल बनाने की मांग को लेकर सोमवार को आहूत वारिसलीगंज व काशीचक बंद काफी असरदार रहा। रेल व सड़क मार्ग को जाम किया गया। बाजार बंद रहे। सरकारी-गैर सरकारी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित हुआ।
वारिसलीगंज विकास समिति द्वारा बंद का आह्वान किया गया था। बंद समर्थक सुबह से ही सड़कों पर उतर गये। महिलाएं, स्कूल-कालेज की छात्र-छात्राएं भी शामिल थीं। केजी रेल खंड पर घंटों ट्रेन का परिचालन बाधित रहा। कई ट्रेनें जहां की तहां खड़ी रहीं तो एक ट्रेन नवादा स्टेशन से ही गया के लिए लौट गई। वहीं सड़क मार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही ठप रही। दोनों प्रखंड मुख्यालय के व्यवसायियों ने स्वेच्छा से अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी। बंदी को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।
बता दें कि वारिसलीगंज विकास समिति ने वारिसलीगंज को अनुमंडल का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर बंदी की घोषणा की थी। डीएम-एसपी बंद के दौरान वारिसलीगंज पहुंचे और बंद समर्थकों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता कर मांग सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन देकर लोगों का गुस्सा शांत कराया। तब जाकर ट्रेनों का परिचालन सामान्य हुआ।
बंद समर्थकों ने सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर वारिसलीगंज स्टेशन पर डीएमयू पैसेंजर ट्रेन अप 53625 को रोक दिया। काशीचक स्टेशन पर भी हावड़ा-गया एक्सप्रेस घंटों देर तक खड़ी रही। वहीं वारिसलीगंज बंद के मद्देनजर 53624 डाउन केजी पैसेंजर ट्रेन को नवादा स्टेशन से ही गया वापस लौट गई। ट्रेनों का परिचालन बाधित रहने से रेल यात्रियों को काफी परेशानी हुई। वहीं सड़क मार्ग पर वाहनों का परिचालन ठप रहने से यात्री हलकान रहे। बंदी के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बंद समर्थकों का कहना था कि अनुमंडल की सारी अहर्ता रखने के बावजूद वारिसलीगंज की उपेक्षा की जा रही है। स्थानीय विधायक प्रदीप कुमार के प्रति भी लोगों में आक्रोश देखने को मिला। करीब 11 बजे डीएम ललन जी व एसपी चंद्रिका प्रसाद वारिसलीगंज पहुंच कर विकास समिति के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की। विकास समिति के अध्यक्ष अंजनी कुमार समेत सदस्य परमानंद सिंह, श्रवन सिंह, सचिव प्रदीप कुमार, डा. शभू शरण,लोजपा नेता राजा राम सिंह से वार्ता के बाद रेल व सड़क मार्ग पर परिचालन शुरु हो सका। मंगलवार को पकरीबरावां को पूर्ण अनुमंडल बनाने के लिए बंद का आह्वान किया गया है।