ताराकोल जलाशय के बांध में दरार
संवाद सूत्र, कौआकोल (नवादा): कौआकोल प्रखंड क्षेत्र के ताराकोल जलाशय के बांध में जगह-जगह दरार आ गई है। बांध में दरार देख लोग सकते में हैं। इसके निर्माण पर खर्च 20 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, लेकिन पहली बारिश में ही गुणवत्ता की पोल खुल गई है।
बता दें कि 2011 में खादी पुरूष त्रिपुरारी शरण सिंह के आमंत्रण पर कौआकोल पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आम लोगों की मांग पर जलाशय का जिर्णोद्धार कराने की घोषणा की थी। लगभग 20 करोड़ 30 लाख रूपये कि लागत से जल संसाधन विभाग द्वारा 2014 में इसका निर्माण कार्य सम्पन्न कराया गया। इस बांध के अन्दर सैकड़ों एकड़ में लगभग 45 फीट गहरा पानी फैला हुआ है। जिससे गुलडयातरी, तेलियागढी, मननपुर , भवरकोल, बदरवातरी, मड़पों एवं मड़पो गाव के लगभग आठ सौ एकड़ भूमि में सिंचाई का कार्य किया जाता हैं। किन्तु विभाग की लापरवाही एवं घटिया निर्माण की कलई पहली बारिश में ही खुल गई है। बारिश से बांध में इस कदर दरार पड़ा हुआ हैं कि किसी भी वक्त बांध की टूट सकता है, और जलाशय का पानी गाव में तबाही मचा सकता है। समय रहते यदि प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देती है तो कभी भी अनहोनी हो सकती है। बांध टूटा तो जहां किसानों की भूमि बंजर हो जायेगी वहीं सरकार के करोड़ों रूपये व्यर्थ चला जायेगा।