बाढ़ का खतरा : जॉब जलाशय के बांध में कई जगहों पर पड़ी दरार
संवाद सूत्र,रजौली(नवादा):
जॉब जलाशय के उत्तरी छोर में कई जगहों से पानी का रिसाव शुरू होने से बाध के कई हिस्सों पर मिट्टी का कटाव होने लगा है। लगातार हुई बारिश से जलाशय लबालब भरा है। पानी का दवाब और पानी निकलने वाला दोनों स्पेलवे जाम हो जाने के कारण केनाल में बहुत कम पानी जा रहा है। जिससे सिंचाई का काम प्रभावित तो हुआ ही साथ ही बाध के टूटने का खतरा भी बढ़ गया है। उक्त जलाशय का निर्माण सन 1970-71 में सिंचाई के लिए कराया गया था। पर विभाग द्वारा सही से रख रखाव नहीं होने के कारण स्थिति काफी जर्जर हो गयी है। ग्रामीणों ने बताया कि कई वषरें के बाद इस जलाशय में लगभग अस्सी फीट पानी भरा है। खुरी नदी को बाधकर यह डैम बनाया गया है। इस डैम में हर वर्ष मछली मारने का टेंडर भी होता है। जलाशय का तटबंध टूटा तो इसके पानी से दर्जनों गाव जलमग्न हो जाएगा। ऐसे में जलाशय के किनारे बसे गाव के लोगों में भारी दहशत व्याप्त है। निर्माण के बाद 2004 में इसकी मरम्मति सिंचाई विभाग द्वारा किया गया था। उसके बाद वर्ष 2013-14 में उत्तरी छोर पर पड़ा दरार में मिट्टी भराई ठेकेदार के द्वारा जैसे-तैसे करा दिया गया जो महज एक वारिश में ही पूर्ववत हो गया। जलाशय के रख रखाव के लिए विभाग द्वारा अभी तक कोई टेंडर नहीं निकाला गया है। लिहाजा बाध की स्थिति जर्जर हो ररी है। बाध टूटने पर मोहकामा, जोबकला, लोह सिंगना, काशीचुआ, मोहनपुर, तेलबद्रो, बुधुवा, बिनोवानगर, बजवातरी, चम्पाकली, नगरवा, इटमा, रतनपुर, रमडीहा, पोखरा, पकरी, शेरपुर, नाद, कुलना, पीपरा, कुहिला आदि गाव के डूब जाने का खतरा बढ़ गया है। उक्त पंचायत की मुखिया मंति देवी ने इस संबंध में बताया कि नगरवा गाव से बालेश्वर यादव, उदय यादव, लखन यादव, जगदीश यादव, हाथोचक के महादेव राम, ध्रुव त्रिवेदी, नरेश राजवंशी, सहदेव, मोहकामा निवासी, मुंशी यादव, महेन्द्र यादव, सुनील यादव, गनोरी यादव आदि ने सामूहिक रूप से आकर मिले हैं। इन सभी को सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता के पास भेज दिया गया है। कार्यपालक अभिंयता से संपर्क करने के लिए कई बार मोबाइल पर काल किया गया लेकिन उन्होंने काल उठाया ही नहीं।