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छात्रों से नामांकन में अधिक राशि वूसली की पुष्टि

By Edited By: Published: Thu, 24 Jul 2014 01:04 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jul 2014 01:04 AM (IST)
छात्रों से नामांकन में अधिक राशि वूसली की पुष्टि

संवाद सूत्र, अकबरपुर(नवादा):

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अकबरपुर इंटर विद्यालय में बच्चों के नामाकन में प्रभारी प्रधानाध्यपक द्वारा अधिक राशि वसूल किये जाने के विरोध में विद्यालय में कई दिनों से चला आ रहा गतिरोध बुधवार को दूर हो गया।

बता दें कि स्कूल में पिछले कई दिनों से हंगामा हो रहा था। नामांकन में नाजायज राशि की वसूली से छात्रों के साथ ही विद्यालय के कुछ शिक्षक भी नाराज चल रहे थे। बुधवार को डीईओ के निर्देश पर बीइओ स्कूल पहुंचे और पूरे मामले की जांच की तो वास्तविकता सामने आ गई। छात्रों अभिषेक कुमार,शैलेन्द्र कुमार, शनि मालाकार, हिमाशु कुमार, नीतीश कुमार, संटू कुमार, विभव रंजन कुमार आदि ने बताया कि इंटर विज्ञान, कला संकाय में नामाकन के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापक छात्रों से मनमानी राशि वसूल कर रहे थे। मानव संसाधन विभाग द्वारा विज्ञान संकाय के लिए 1155 रूपये, कला संकाय के लिए 875 रूपये शुल्क का निर्धारण किया गया है। परंतु प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा कुछ शिक्षकों एवं लिपिकि अनिल कुमार सिंह की मिलीभगत से विज्ञान संकाय के लिए 2500 रूपये एवं कला संकाय के लिए 2300 वसूला जा रहा था। इसके एवज में प्राप्ति रसीद भी नहीं दी जा रही थी। ऐसे में सोमवार को छात्रों ने विद्यालय परिसर में जमकर हंगामा किया था। प्रभारी प्रधानाध्यपक व नामाकन ले रहे शिक्षक के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए नामाकन का बहिष्कार किया था। उग्र छात्रों को समझाने व नामाकन में अधिक राशि लेने का विरोध शिक्षक प्रमोद कुमार घोष ने किया था। तब वहा मौजूद प्रभारी प्रधानाध्यपक आग बबूला हो गये थे और नामाकन ले रहे शिक्षक सत्यप्रकाश के सहयोग से प्रमोद कुमार घोष के साथ दु‌र्व्यवहार किया। इतना ही नहीं प्रमोद घोष और विश्वकर्मा इंटर विद्यालय हुड़राही में कार्यरत शिक्षक अखिलेश कुमार के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करा दी थी। जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर बीइइओ उपेन्द्र कुमार सिंह बुधवार को विद्यालय पहुंचे। जांच में उन्होंने भारी गड़बड़िया पाई। बताया कि नामाकन प्रकिया में पारदर्शिता नहीं बरती गयी है। नामाकन राशि भी मनमानी ली जा रही थी। जिसको लेकर शिक्षकों में मतभेद है और इसी को लेकर आपस में विवाद हुआ है। उन्होंने बताया कि नामांकन में रोस्टर का पालन नहीं किया गया है। जिसके चलते मनमानी राशि की वसूली की जा रही हैं। उन्होंने तत्काल प्रभाव से नामाकन प्रकिया पर रोक लगा दी है और 26 जुलाई से मेधा सूची जारी करते हुए नामाकन शुरू करवाने का निर्देश दिया। शुल्क से संबंधित रसीद भी छात्रों को देने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान कई शिक्षक अनुपस्थित मिले। उन्होंने यह भी बताया कि आकस्मिक अवकाश का आवेदन रहने के बावजूद प्रभारी प्रधानाध्यपक द्वारा उसे स्वीकृत नहीं किया गया था। रजिस्टर में कालम खाली था। उन्होंने रिपोर्ट जिला शिक्षा पदाधिकारी को सौंपने की बात कही।


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