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पर्यटकों ने नैसर्गिक छटाओं से लबरेज दर्शनीय स्थलों का उठाया लुत्फ

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर इन दिनों देशी-विदेशी पर्यटकों से गुलजार हो रहा है।

By Edited By: Published: Mon, 05 Dec 2016 02:51 AM (IST)Updated: Mon, 05 Dec 2016 02:51 AM (IST)
पर्यटकों ने नैसर्गिक छटाओं से लबरेज दर्शनीय स्थलों का उठाया लुत्फ

नालंदा। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर इन दिनों देशी-विदेशी पर्यटकों से गुलजार हो रहा है। रविवार को इनकी संख्या में और बढ़ोत्तरी देखी गई। जिसमें थाईलैंड से आए 24 सदस्यीय पर्यटकों में शामिल बौद्ध धर्मावलंबियों ने वेणुवन बिहार पार्क में स्थित भगवान बुद्ध की विधिवत पूजा-अर्चना की। दूसरी ओर म्यांमार से 35 सदस्यीय पर्यटकों के दल ने राजगीर के विभिन्न दर्शनीय स्थलों का भ्रमण किया। पर्यटक सीजन के नवंबर माह में राजगीर पर्यटकों के कारण अपने अंतरराष्ट्रीय महत्व की झलक प्रस्तुत कर रहा है। जहां के बौद्ध धर्म स्थलों पर विदेशी बौद्धिस्ट तीर्थ यात्रियों को पूजा-अर्चना करते देखे जा सकते हैं। इस क्रम में वेणुवन विहार पार्क में थाईलैंड के एक 24 सदस्यों का बुद्धिस्ट दल ने भगवान बुद्ध के प्रतिमा के समक्ष बौद्ध रीति रिवाज से पूजा-अर्चना की। इस दल में शामिल महिला बुद्धिस्ट पर्यटक खुन्न सोंग क्रान अपने बच्चों के साथ यहां पहली बार पहुंची है। उन्होंने बताया कि विश्व भर में राजगीर एक अकेला ऐसा स्थान है। जहां भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्ति के पूर्व व ज्ञान प्राप्ति के बाद पधारे थे। वहीं सम्राट बिम्बिसार ने बांस के वनों से लबरेज यह वेणुवन विहार भगवान बुद्ध को सप्रेम आश्रम के रूप में भेंट किया था। उन्होंने आगे कहा कि वेणुवन में भगवान बुद्ध ने कई चतुर्मास व वर्षावास गुजारे हैं। उनकी अलौकिक उपस्थिति का एहसास इस स्थान पर ध्यानमग्न की मुद्रा में सभी को होता है। जिसके अनेक चिन्ह वर्तमान में अवशेष के रूप में मौजूद हैं। इस दल के गाइड रवि ¨सह नोबेल ने बताया कि यह दल बनारस से बोधगया होते हुए रविवार को राजगीर पहुंची है और वेणुवन विहार इनका सबसे महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों में से एक है। इसके अलावा मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना के तहत भी विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं भी रविवार के दिन राजगीर के नैसर्गिक छटाओं से लबरेज दर्शनीय स्थलों का आनंद उठाया। वहीं दूसरी ओर म्यांमार से राजगीर परिभ्रमण पर पहुंचे 35 सदस्यीय पर्यटकों के दल ने यहां के सभी ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया। जिसमें बिम्बिसार कारागार स्थल की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि राजगीर के बारे में किताबों व टीवी से ही जानकारी प्राप्त की है। परंतु इसे यहां आकर स्वयं देखने व समझने का मौका एक स्वप्न जैसा है। इन्होंने यहां के लोगों व पुलिस प्रशासन के सहयोगात्मक रवैये की तारीफ भी की। कहा कि नोटबंदी के बावजूद यहां छोटी-मोटी खरीदारी के दौरान लोगों ने मदद की है।


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