आज हंसी की छूटेंगी फुलझड़ियां
नालंदा। बिहारशरीफ वासियों को हंसी, ठहाके व मस्ती परोसने के लिए आज शाम दैनिक जागरण क
नालंदा। बिहारशरीफ वासियों को हंसी, ठहाके व मस्ती परोसने के लिए आज शाम दैनिक जागरण की ओर से स्थानीय सोगरा उच्च विद्यालय में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें देश के नामचीन कवि अपनी स्वर, सुर व शब्दो की करामत से शहरवासियों की शाम खुशनुमा बनाने आ रहे हैं। कहा गया है कि ठहाके हर बीमारियों की औषधि है। एक बार ठहाके लगाएं और दीर्घायु बनें। इस टेंशन भरी ¨जदगी में अगर हंसने के कुछ पल मिल जाये तो इससे अधिक खुशनसीबी की बात क्या होगी। लोगों के जीवन में हंसी परोसने का जागरण का हमेशा का प्रयास रहा है। कवियों के इस महफिल में कुछ कवियों के नाम ही लोगों को गुदगुदाने के लिए काफी है। कवि डा. सुरेन्द्र शर्मा हंसी के जादूगर माने जाते हैं। इनकी हर बात अपने आप में निराली है। शांत व खामोश दिखने वाले शर्मा समाज की कुरीतियों पर हास्य व्यंग के द्वारा ऐसा आघात करते हैं कि लोग चाह कर भी अपनी हंसी नहीं रोक पाते। वहीं पद्यम श्री से सम्मानित कवि डा. सुनील जोगी के काव्य रास के सामने सब कुछ फीका नजर आता है। उनकी व्यंग वाणी व हंसी हंसी में ही कटाक्ष करने की प्रवृति पूरी दुनिया जानती है। यौवन से परिपूर्ण, ओजस्वी वक्ता व हंसी के बादशाह दिनेश बाबरा की आवाज में वो जादू है जो किसी को भी गुदगुदाने पर मजबूर कर सकता है। इसी प्रकार डा. अनु सपन अपनी कोकिल कंठों से किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकती है। कवियों की इस मंडली में डा. विष्णु सक्सेना, संदीप शर्मा तथा विनीत चौहान भी अपने व्यंग वाणी के सहारे लोगों को ठहाके परोसने आ रहे हैं।