उद्घाटन के पूर्व दीवारों पर दिखने लगा दरार
नालंदा। करोड़ों रुपये की लागत से व्यवहार न्यायालय के भवन का निर्माण किया गया। लेकिन गुणवत्ता के अभाव
नालंदा। करोड़ों रुपये की लागत से व्यवहार न्यायालय के भवन का निर्माण किया गया। लेकिन गुणवत्ता के अभाव के कारण भवन के दर्जनों स्थानों पर दरार नहीं दिखने लगा है। हैरत की बात तो यह है कि अभी इस भवन का उद्घाटन भी नहीं कराया जा सका है और भवन ढहने लगा है। कहीं-कहीं दरार व टूट रहे हिस्से को फिर से सीमेंट से प्लास्टर व रंग-रोगन कर छिपाने की कोशिश की जा रही है। गौरतलब हो कि भवन निर्माण के दौरान कोई भी ठेकेदार अगर सरकारी नियमों को दरकिनार कर निर्माण करता है तो न्यायालय उसे सजा देती है। लेकिन उसी अदालत में करोड़ों रुपये की लागत से नवनिर्मित भवन उद्घाटन के पूर्व ही कई स्थानों पर दरार दिखाई पड़ने लगा है। बताया गया है कि बिहार सरकार विधि विभाग अन्तर्गत 12 कोर्ट न्यायालय भवन हिलसा का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश शंभूनाथ ¨सह के कर कमलों द्वारा 10 अक्टूबर 2014 ई. में संपन्न हुआ था। बताया गया है कि उस भवन निर्माण कार्य कराए जाने के लिए सरकार ने करीब आठ करोड़ 18 लाख रुपये मुहैया कराया गया था लेकिन सरकार के सारे नियम को ताख पर रख कर अदालत में भवन निर्माण कराया गया है।