दस वर्षों से जमे किरानी को हटाने की मांग
नालंदा। चंडी के जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में कार्यरत कर्मी अरविन्द कुमार के खिलाफ
नालंदा। चंडी के जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में कार्यरत कर्मी अरविन्द कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए डीएम को पत्राचार के माध्यम से शिक्षक व अन्य लोगों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है। डीएम को दिए गए पत्र में लिखा गया है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में लगभग दस वर्ष से एक ही टेबुल पर कार्यरत किरानी अरविन्द कुमार अपनी मनमानी कर खुलेआम काम के बदले रुपये की वसूली की जाती है। उनके टेबुल से गुजरने वाली प्रत्येक फाइल बिना नजराना का निष्पादन नहीं होता है। रुपये नहीं देने पर बिना त्रुटि के ही त्रुटि दिखाकर महीनों तक फाइल को दबा दिया जाता है। मजबूर होकर शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों को नजराना देना पड़ता है। लगभग दस वर्षों से एक ही स्थान पर जमे रहने के कारण भ्रष्टाचार में महारथ हासिल हो गया है। कौन शिक्षक, कौन कर्मचारी को किस प्रकार टहलाकर या बरगलाकर रुपये ऐंठना है इसमें उन्हें महारत हासिल है। हद तो तब हो जाती है की वरीय पदाधिकारी से मिलने या फोन करने पर कहते हैं कि हम कुछ नहीं कर सकते हैं जो भी करेगा किरानी अरविन्द। वेतन भुगतान, वेतन का एरियर, शिक्षक का सत्यापन, सर्विस बुक का सत्यापन सहित अन्य छोटे-मोटे कार्यों को लेकर बिना नजराना लिए कार्य असंभव है। शिक्षक और कर्मचारी विवश है। मुंह खोलने पर कार्रवाई का भय दिखाता है।