जलजमाव से छिना सकुनत के लोगों का सुकून
नालंदा। क्या ऐसे जलजमाव व गंदगी के अंबार के आधार पर ही हम स्मार्ट सीटी की उम्मीद लगाये बैठ
नालंदा। क्या ऐसे जलजमाव व गंदगी के अंबार के आधार पर ही हम स्मार्ट सीटी की उम्मीद लगाये बैठे हैं। पूर्ण सफाई का दावा करने वाली नगर निगम को न गंदगी दिखती है न भयानक जल जमाव का ²श्य। लोग तड़प-तड़प कर जीवन जी रहे हैं। नगर निगम वार्ड 31 के सकुनत स्थित गैस गोदाम के दक्षिण जर्जर सड़क पर पसरी गंदगी व जल जमाव के ²श्य को देखकर किसी के भी रेंगटे खड़े हो सकते हैं, पर निगम इन चीजों से बेखवर सफाई के दावे का राग अलाप रहा है। जल जमाव से उठने वाली दुर्गंध व गंदगी के अंबार की सड़ांध से आसपास के लोगों का बुरा हाल है। जब हमारी टीम सफाई का सच जानने निकली तो गंदगी के बीच रेंगती ¨जदगी का दर्दनाक कहानी सामने आया। इस जर्जर सड़क के पास स्थित घर के बाहर बैठे वृद्ध राधे कृष्ण प्रसाद हमारी टीम को देख भावुक हो उठे और अपनी व्यथा कह डाली। उन्होंने कहा कि वर्षों से इस सड़क का यही हालत है कई बार लोग दुर्घटना के शिकार भी हुए। प्रशासन को सूचना भी दी गयी, पर स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया। शायद हमारे किसी गुनाह की सजा हमें दी जा रही है। बच्चे लगातार संक्रमण का शिकार हो रहे हैं पर न स्वास्थ्य विभाग इसकी सुध ले रहा न निगम। उन्होंने कहा कि जिस वार्ड पार्षद को हमने अपने बहुमूल्य वोटों से सींचा उसकी शक्ल भी जीत के बाद नहीं देख पाया। सड़क की बदहाल स्थिति से लोग प्रशासन के प्रति खासा नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि यदि तत्काल सड़क की बदहाली दुरूस्त नहीं की गई तो आम जनता सड़कों पर उतरने को बाध्य होगी। क्या कहते हैं वार्ड पार्षद
वार्ड 31 के पार्षद मदन प्रसाद ने कहा कि सकुनत स्थित गैस गोदाम के दक्षिण में नाली नहीं रहने के कारण जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। नाली निर्माण के लिए आवंटन भी आ गया पर मोहल्ले वासियों की ओछी मानसिकता के कारण नाली का निर्माण नहीं किया जा सका।