नालंदा में छठपूजा के लिए मिट्टी लाने गई चार बच्चियां नदी में डूबीं
नालंदा जिले के बिंद में छठ पूजा के लिए मिट्टी लाने गई चार बच्चियां नदी में डूब गईं। इससे गांव में कोहराम मचा है।
नालंदा [जेएनएन ]। जिराइन नदी से छठ पूजा के लिए मिट्टी लाने गई चार बच्चियों की शनिवार को डूबने से मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया है। यह घटना बिंद थाने के ताजनीपुर गांव में हुई। बताया गया है कि सभी बच्चियां एक दूसरे को बचाने में जुटीं।
मृतकों की पहचान श्याम मिस्त्री की पुत्री 12 वर्षीया अर्चना कुमारी, शंकर साव की 11 वर्षीया पुत्री जूही कुमारी, कपिल बिंद की 13 वर्षीया पुत्री काजल कुमारी व मुरारी बिंद की 14 वर्षीया पुत्री संजना कुमारी के रूप में हुई हैं। घटना के संबंध में बताया जाता है कि ताजनीपुर गांव की करीब आठ बच्चियां पास के ही जिराइन नदी से छठ पूजा के लिए मिट्टी लाने गई थी।
मिट्टी लेने से पूर्व सभी बच्चियां नदी में स्नान करने उतरीं। इसी बीच पानी के तेज बहाव में दो बच्चियां डूबने लगी। उन्हें बचाने के लिए दो बच्चियां आगे बढ़ी। इसी बीच वह भी डूबने लगीं। इस घटना को देख अन्य चार बच्चियां नदी से बाहर आकर शोर-मचाने लगी। शोर सुन आस-पास के खेत में काम कर रहे लोग दौड़े और डूबने वाली बच्चियों की खोजबीन में जुट गए।
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इस बीच ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी और सभी लोगों के सहयोग से बच्चियों के शव काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। चार बच्चियों की डूबने की खबर क्षेत्र में फैलते ही ताजनीपुर सहित आसपास के गावों में कोहराम मच गया।इधर घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष राकेश कुमार ङ्क्षसह दल-बल के साथ मौके पर पहुंच कर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
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घटना के बारे में सीओ अफजल हुसैन, बीडीओ राकेश कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि मृतक के परिवारों को सरकारी सहायता के रूप में चार-चार लाख रुपए की मुआवजा दी जाएगी। उधर पंचायत की मुखिया प्रतिमा कुमारी ने परिजनों को कबीर अत्येष्टि योजना के तहत तीन-तीन हजार का भुगतान किया है।