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बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की कवायद में जुटा विभाग

सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ने के साथ कमज।

By Edited By: Published: Sun, 19 Feb 2017 03:05 AM (IST)Updated: Sun, 19 Feb 2017 03:05 AM (IST)
बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की कवायद में जुटा विभाग
बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की कवायद में जुटा विभाग

नालंदा। सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ने के साथ कमजोर बच्चों को अन्य छात्रों के समकक्ष बनाने को शिक्षा विभाग ने कदम आगे बढ़ा दिया है। इस अभियान की सफलता के लिए जिले के सभी 20 प्रखंडों के टोला सेवकों व तालिमी मरकज के स्वयंसेवियों को गैर आवासीय प्रशिक्षण देकर उन्हें ट्रेंड किया जाएगा। यह प्रशिक्षण तीन से सात मार्च तक चलेगा। इसके लिए विभाग की ओर से सारी तैयारी कर ली गई है। पटना से आए प्रथम संस्था के प्रतिनिधि दीनानाथ कुमार सिन्हा, दिनेश ¨सह समेत पांच सदस्यीय दल ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉकों में प्रशिक्षण के लिए स्थल का चयन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 12 बैच का ग्रुप बनाया गया है जो 11 प्रखंडों में प्रशिक्षणदेगा। मास्टर ट्रेनर के रूप में वीआरपी, प्रखंड समन्वयक रहेंगे जिन्हें पहले ही पटना के प्रथम संस्था के प्रतिनिधि द्वारा ट्रे¨नग दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि एक बैच में 50 प्रतिभागी रहेंगे। 587 टोला सेवकों व तालिमी मरकज के स्वयंसेवियों को दी जाएगी।

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कहते हैं अधिकारी

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के स्तर में सुधार लाना है। टोला सेवकों व तालिमी मरकज के स्वयंसेवियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें वंचित छात्रों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रेरित करना है। हाल के दिनों में यह पता चला है कि पांचवां वर्ग के बच्चों को उन्हें विद्यालय का नाम भी ठीक से लिखने नहीं आता है। इन्हीं सब मसले को लेकर सरकार के दिशा निर्देश पर जनशिक्षा निदेशालय पटना के आदेश पर यह अभियान चलाया जा रहा है।

सुरेन्द्र कुमार

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना


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