घटना के बाद रणक्षेत्र में तब्दील हो गया वेना बाजार
नालंदा। वेना थाना से महज 40-50 गज की दूरी पर गुरुवार को सड़क हादसे में मारे गए जमादार रामजन्म ¨सह व च
नालंदा। वेना थाना से महज 40-50 गज की दूरी पर गुरुवार को सड़क हादसे में मारे गए जमादार रामजन्म ¨सह व चौकीदार पुत्र मुकेश कुमार की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने आपा खो दिया। पल भर में ही वेना बाजार रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। आक्रोशित लोगों ने ट्रक को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं जाम की वजह से बिहारशरीफ-बख्तियारपुर मार्ग पर चलने वाली वाहनों की दोनों ओर से लंबी कतार लग गई।
मौके पर पहुंची कई थाने की पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद मामले को शांत कराया। इधर घटना की जानकारी मिलते ही एसपी कुमार आशीष, सदर डीएसपी निशीत प्रिया, भागन बिगहा ओपी प्रभारी, चंडी, नूरसराय, सोहसराय, सहित दर्जन भर थाने की पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंच कर आक्रोशित लोगों को किसी तरह से समझाकर मामले को शांत कराया। एसपी ने कहा कि पीड़ित परिजनों को सरकारी की ओर से मिलने वाली सभी लाभ मुहैया कराई जाएगी। साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के लिए अनुशंसा की जाएगी। एसपी के आश्वासन के बाद लोगों ने करीब डेढ़ घंटे बाद जाम हटाया। मृतक जमादार रामजन्म ¨सह सासाराम के काउपा का रहने वाले थे जबकि चौकीदार ओमप्रकाश का पुत्र मुकेश कुमार चंडी थाना के कमल बिगहा गांव का रहने वाला था। अपने पिता की तबियत खराब होने की वजह से वह उनकी जगह ड्यूटी कर रहा था। बहरहाल इस हादसे के बाद पूरा इलाका दहल गया।
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हमर ¨जदगी उजड़ गेलौ बाबुजी
बिहारशरीफ : अब हमर ¨जदगी व एकमात्र मासूम बच्ची के देखभाल के करतय। अब हम केकर सहारे पूरा जिनगी जीवै। यह चीत्कार सड़क हादसे में मारे गए उस चौकीदार पुत्र की पत्नी सरिता देवी की थी जो अपनी किस्मत को कोसते हुए रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी। आसपास के लोग उसे सांत्वना देने में लगे थे। इस हृदय विदारक दृश्य को देख हर कोई मर्माहत हो रहा था। होश आते ही वह अपना आपा खो देती और अपने पति को ¨जदा लाने की जिद करते हुए सभी से फरियाद करती रही। पत्नी की चीत्कार सुन लोगों के आंखों से भी आंसू छलक पड़े। इधर चौकीदार ओमप्रकाश अपने भाग्य को कोस रहा था। कहा कि उसकी तबियत बिगड़ने के कारण अपने पुत्र को ड्यूटी पर लगा दिया था। इस तरह की घटना हो जाएगी इसके बारे में उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। उसने कहा कि पलभर में ही मेरा पूरा परिवार उजड़ गया।
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मासूम बच्ची के सिर से उठ गया पिता का साया
बिहारशरीफ : कुदरत का अजीब हिसाब किताब है जिसे आज तक कोई समझ नहीं पाया। जिस पत्नी ने अपने पति को खाना खिलाने के बाद पिता की जगह ड्यूटी पर जाने को कहा था। शायद उसे इस बाद का तनिक भी इल्म नहीं थी कि यह उसके पति से आखिरी मुलाकात होगी। हंसता खेलता यह परिवार पलभर में ही दुखों के पहाड़ के बीच दफन हो गया। डेढ़ साल की मासूम एकमात्र बच्ची का जहां पिता के सिर से उसका साया उठ गया वहीं पत्नी अचानक विधवा हो गई। यही हाल जमादार के परिजनों का है। बताया गया कि रामजन्म की पत्नी को जैसे ही उसके पति की मौत की जानकारी मिली। वह आपा खो दी और पागल की तरह बिलखने लगी। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि सुबह में जिस पति को वे खाना परोस कर खिलाई वह अब इस दुनिया में नहीं रहे। बहरहाल एक साथ दो परिवारों का आशियाना उजड़ गया।