बाइपास निर्माण को जमीन अधिग्रहण में आई तेजी : डीएम
नालंदा। बिहारशरीफ एवं हिलसा शहर को जाम की समस्या से स्थाई रूप से निजात दिलाया जाएगा।
नालंदा। बिहारशरीफ एवं हिलसा शहर को जाम की समस्या से स्थाई रूप से निजात दिलाने के लिए जल्द ही बनने वाले बाइपास के निर्माण के लिए सतत लीज के तहत सीधे मुआवजा देकर जमीन का अधिग्रहण कार्य में तेजी आई है। यह जानकारी शनिवार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने दी। बताया कि जमीन का अधिग्रहण करने के लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सुबोध कुमार ¨सह दिन-रात काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शहर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए बाइपास का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। बिहारशरीफ-बख्तियारपुर मार्ग अवस्थित पचासा मोड़ से निकलकर बिहारशरीफ-बरबीघा मार्ग पर उपरौरा के पास यह बाइपास मिलेगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण करने में रास्ते में आने वाले 11 गांव के 386 प्लॉट का अधिग्रहण किया जा रहा है। यह बाइपास लगभग छह किलोमीटर लंबा होगा। इस संबंध में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि बिहारशरीफ बाइपास के लिए 70 किसानों की जमीन का अधिग्रहण कार्य पूरा हो गया है। शेष किसानों के जमीन की रजिस्ट्री कार्य तेजी से संपादित किया जा रहा है। इसके लिए मंगलवार, गुरुवार तथा शनिवार को विशेष रजिस्ट्री कराया जाता है। रजिस्ट्री होते ही किसानों को चेक के माध्यम से सीधे मुआवजा का भुगतान कर दिया जाता है। वहीं हिलसा पश्चिमी बाइपास के लिए 280 प्लॉट लीज के तहत अधिग्रहित किया जाना हे। इसके लिए 52 किसान जिनकी रैयत जमीन का निबंधन करा दिया गया है। इस बाइपास के लिए बीच में पड़ने वाले लगभग 80 फीसदी प्लॉट का निबंधन कार्य पूरा हो गया है। शत-प्रतिशत निबंधन कार्य पूरा होने के उपरांत सड़क निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं नालंदा-इस्लामपुर शार्ट कट सड़क चौड़ीकरण एवं उसके तहत छह गांवों के बाहर से होकर जाने वाले बाइपास के लिए 80 फीसद जमीनों की लीज पद्धति से निबंधन करा दिया गया है। वहीं निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है।