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पैमार नदी पर बना पुल ध्वस्त

नालंदा। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल गया एवं राजगीर को जोड़ने वाली मुख्य सडक एनएच 82 पर पैमार

By Edited By: Published: Thu, 25 Aug 2016 03:04 AM (IST)Updated: Thu, 25 Aug 2016 03:04 AM (IST)
पैमार नदी पर बना पुल ध्वस्त

नालंदा। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल गया एवं राजगीर को जोड़ने वाली मुख्य सडक एनएच 82 पर पैमार नदी पर बना पुल बाढ़ के कारण ध्वस्त हो गया। जिसके कारण राजगीर और गया का संपर्क भंग हो गया है। अब गया से राजगीर को आने वाले तथा राजगीर से गया को जाने वाले पर्यटक बीच मझधार में फंस गए हैं। विदित हो कि अभी यहां श्रीलंकाई बौद्ध भिक्षुओं और बौद्ध धर्मावलम्बियों के दल का बड़ी संख्या में आना हो रहा है। लगभग प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में श्रीलंकाई बौद्ध पर्यटक यहां आ रहे हैं जो राजगीर के तीर्थ एवं पर्यटक स्थलों के भ्रमण के बाद बोधगया के लिए जाते हैं। वहां जाकर पूजा-अर्चना करते हैं। बोधगया इनके लिए मक्का-मदिना के समान है। श्री लंकाई बौद्ध पर्यटक भंते प्रिय रत्नम, भंते अनुसिद्धी, भंते सुगंतो आदि ने कहा कि बौद्ध धर्म में बोधगया, राजगीर व नालन्दा का बड़ा महत्व है। श्री लंकाई बौद्ध पर्यटक जब भी इंडिया का भ्रमण पर आते हैं तो इन तीनों जगहों पर अवश्य जाते हैं। यहां पूजा-अर्चना करने से हमें नई उर्जा का संचार होता है। राजगीर-गया का संपर्क टूट जाने से यहां आने वाले पर्यटक गया नहीं जा पा रहे हैं। इससे उनके मन में दुख व उदासी है। वहीं गया से राजगीर आने वाले पर्यटक भी राजगीर नहीं आ पा रहे हैं। जिससे यहां के होटल व्यवसायी सहित अन्य व्यवसायियों में उदासी है। मालूम हो कि यहां का मुख्य व्यवसाय का आधार पर्यटन है। यहां आने वाले पर्यटकों से ही यहां के होटल व्यवसाय से लेकर रिक्शा, टांगा, किराना दुकान, पान दुकान, चाय दुकान आदि का जीविका चलती है। बताते चलें कि सितम्बर माह से यहां पर्यटक सीजन भी शुरू हो जाता है।

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