सुभम की मौत के बाद परिजनों ने काटा बवाल
नालंदा। थाना क्षेत्र के बमोचक गांव निवासी अरुण कुमार के 22 वर्षीय पुत्र शुभम कुमार की पटना में इलाज
नालंदा। थाना क्षेत्र के बमोचक गांव निवासी अरुण कुमार के 22 वर्षीय पुत्र शुभम कुमार की पटना में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने गुरुवार को द्वारिका बिगहा गांव के समीप नेशनल हाइवे सड़क पर शव को रख चार घंटे तक सड़क जाम कर बवाल काटा। सड़क जाम कर रहे मृतक के चाचा दिनेश प्रसाद ने बताया कि हरनौत अस्पताल के कर्मी एवं डॉ. की लापरवाही के कारण उनके भतीजे की मौत हुई है।
क्या है मामला :
दिनेश प्रसाद ने बताया कि बुधवार की शाम अपने परिवार के लोगों के इलाज के लिए वह बाइक से रुपये लाने जा रहा था। तभी एक अनियंत्रित ट्रक ने बाइक सवार युवक शुभम को ठोकर मार दी थी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। ग्रामीणों की मदद से शुभम को हरनौत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां की ड्यूटी में तैनात डॉ मणिकांत गुप्ता अस्पताल के बजाए अपने निजी क्लीनिक में रोगियों का इलाज कर रहे थे। परिजनों के शोर के बाद अस्पताल कर्मी बाइक से जाकर निजी क्लीनिक में तैनात चिकित्सक को अस्पताल लाए। गंभीर स्थिति में डॉक्टर के नहीं रहने के कारण फार्मासिस्ट ने युवक के सर में गमछा बांध दिया इस दौरान खून का तेजी से रिसाव होता रहा। इसके बाद तत्काल उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया।
एम्बुलेंस नहीं मिलने पर परिजन निजी वाहन से उसे पटना ले गए। इलाज में विलंब होने व सर से खून का रिसाव लगातार होने के कारण पटना पहुंचते ही युवक ने दम तोड़ दिया। इसी बात से गुस्साए लोगों ने युवक का शव लेकर द्वारिका बिगहा मोड़ के समीप रोड जाम कर दिया।
इधर जाम की सूचना मिलते ही वरीय पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंच कर लोगों को समझाकर पूरे मामले की जांच कराने की बात कह कर जाम हटाया। सीओ ने मौके पर पहुंच कर पारिवारिक लाभ योजना के तहत परिजनों को 20 हजार रुपये का चेक प्रदान किया।