पक्षपातपूर्ण नीति के खिलाफ माले का प्रतिवाद मार्च
बिहारशरीफ, जागरण प्रतिनिधि : सामंती-सांप्रदायिक आपराधिक गठजोड़ के सामने राज्य सरकार की घुटना टेक नीति व बरमेश्वर मुखिया की हत्या की सीबीआई से जांच कराने के पक्षपातपूर्ण नीति के खिलाफ शुक्रवार को माले ने प्रतिवाद मार्च निकाला। यह प्रतिवाद मार्च माले कार्यालय से निकल कर शहर के विभिन्न इलाकों से होकर हास्पिटल मोड़ पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गयी। सभा को संबोधित करते हुए जिला सचिव सुरेन्द्र राम व अन्य वक्ताओं ने कहा कि बरमेश्वर मुखिया शवयात्रा में अगजनी अनु.सूचित जाति छात्रावास पर हमला, लूटपाट की घटनाओं ने सुशासन की पोल खोल दी है। वक्ताओं ने कहा कि सामंती ताकत के समर्थकों को प्रतिवाद के नाम पर पूरे बिहार में गुंडागर्दी करने की छूट है पर जायज जनवादी आंदोलन करने वालों को पुलिसिया दमन से कुचला जा रहा है। यह सरकार की दोरंगी नीति समझ से परे है। नेताओं ने कहा कि देवेन्द्र कुशवाहा मुखिया की हत्या की सीबीआई से जांच की मांग करने वाली जनता पर गोलियां व लाठियां चलायी जाती हैं। नेतृत्व कर रहे राजाराम सिंह को 28 साथियों के साथ जेल भेज दिया गया। वक्ताओं ने फारबिसगंज गोलीकांड, छोटे कुशवाहा, भैयाराम यादव की हत्या की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। सभा को अरुण कुमार यादव, पाल बिहारी लाल, राजकिशोर शर्मा, मकसूदन शर्मा, रामधारी दास, मनमोहन, सुनील, रामाधीन प्रसाद, उमेश पासवान, जगदीश राम आदि ने संबोधित किया।
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