महोत्सव के पहले दिन सजी कृषि यंत्र की दुकानें
नालंदा। राजगीर महोत्सव के पहले दिन शनिवार को कृषि यांत्रिकी सह उपादान मेला में यंत्रों एव
नालंदा। राजगीर महोत्सव के पहले दिन शनिवार को कृषि यांत्रिकी सह उपादान मेला में यंत्रों एवं उपादान की दुकानें सजी रही। लेकिन किसान नहीं दिखे। जिससे मेले की शान कहे जाने वाले भीड़ जुटाने वाले मेला में किसानों की कमी के कारण पूरा मेला फीका दिख रहा है। मेले में देश-विदेश की विभिन्न कंपनियों की ट्रैक्टर व अन्य कृषि उपकरण की दुकानें यंत्र विक्रेता लगाकर किसान का इंतजार करते रहे। वहीं कृषि विभाग किसानों के आन लाइन आवेदन के अनुरूप यंत्र खरीद करने के लिए परमीट काटकर किसान का इंतजार करता रहे। जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार सभी स्टालों पर जाकर यंत्र विक्रेताओं से और यंत्र मेले में लाने का निर्देश देते देखे गए। इस बार मेले की मुख्य रौनक बनी थी कृषि यांत्रिकी मेले में आई आधुनिक कृषि यंत्र, ड्रिप ¨सचाई पद्धति, रेनगन, सामेकित कृषि प्रणाली, उद्यान प्रदर्शनी आदि की जीवंत प्रदर्शनी काफी अच्छी देखी गई। इस संबंध में मेले में आए नगनौसा के किसान सुबोध कुमार, रहुई के किसान केदार ¨सह ने बताया कि कृषि यांत्रिकी मेला में किसानों की कमी का वजह है नवंबर के महीने में किसानी का सीजन का होना है। किसान खेत में तैयार धान काटकर, खेत की जुताई कर गेहूं की बुआई समय पर करने में लगा हुआ था। अगर राजगीर महोत्सव पूर्व की तरह दिसंबर के महीने में आयोजित किया जाता तो पहले दिन ही किसानों की भीड़ यंत्रों की खरीदारी करने को उमड़ पड़ता। इधर जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि मेले में किसानों की भीड़ एक-दो दिनों में बढ़ जाएगी। कृषि यंत्र खरीदने के इच्छुक किसान जो पूर्व में आन लाइन आवेदन दिए हैं वे परमीट के लिए विभाग से सम्पर्क में हैं। उनके आते ही मेले की रौनक बढ़ जाएगी।