समाजसेवियों की पहल पर घायल विक्षिप्त को मिला नया जीवन
नालंदा। हिलसा के युवा समाजसेवियों ने जहां एक विक्षिप्त घायल वृद्ध को न केवल नया जीवन देने में का
नालंदा। हिलसा के युवा समाजसेवियों ने जहां एक विक्षिप्त घायल वृद्ध को न केवल नया जीवन देने में कामयाब रहे, बल्कि परिजनों से मिलाने में भी सराहनीय भूमिका निभाई। युवा समाजसेवियों के द्वारा पेश की गई। मदद की नजीर का ही फल रहा कि लगभग एक माह से घर से गायब रहे 55 वर्षीय घायल जीगन यादव को गुरुवार को जीवित पाकर उनके भाई चन्द्रदेव यादव और पुत्र राकेश अपनी भावनाओं को काबू नहीं रख पाए। वहीं जीगन यादव भी गले लगकर फफक-फफक कर रोने लगे। विदित हो कि मंगलवार को हिलसा रेलवे स्टेशन के समीप विक्षिप्त जीगन यादव घायलावस्था में कराहता हुआ पाए गए थे। संभवत: किसी दुर्घटना में उनका पैर बुरी तरह से कुचल गया था। इलाज के अभाव में घायल पैर में काफी संख्या में कीड़े लग गए थे। इस कारण दूर दूर तक फैल रही बदबू की वजह से कोई भी व्यक्ति उनके पास जाने से कतरा रहा था। इस दौरान एक युवक लक्ष्मण कुमार की नजर उन पर पड़ी, तो उन्होंने मानव समाज सेवा सभा से जुड़े लोगों को फोन किया। समाजसेवी अविनाश कुमार एवं लक्ष्मण कुमार ने बुधवार को शाम में आनन-फानन में अनुमंडलीय अस्पताल ले गए। लेकिन वहां भी लोग दूरी बनाने लगे। तब समाजसेवियों ने फिर मोर्चा संभाला। उन्हें नहलाया, मलमूत्र एवं घाव के कीड़े साफ कर अस्पताल में भर्ती करा कर इलाज शुरू करवाया। इस क्रम में पूछताछ में उन्होंने अपना नाम जीगन यादव एवं पटना जिले के नौबतपुर का पता बताया। थानाध्यक्ष को जानकारी दी गयी। उनकी सूचना पर बुधवार को सुबह में ही पनहर के टोला ग्राम से कई परिजन हिलसा पहुंचे और सकुशल मानसिक रूप से विक्षिप्त जीगन यादव को साथ ले गए। इस उपकार के लिए उनके परिजनों ने हिलसा के युवा समाजसेवियों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किए।