कैला पंचायत भवन का चापाकल बना खूंटा
नालंदा। एक ओर सरकार आम जनता को स्वच्छ पानी पीने के लिए प्रति चापकल में हजारों रुपये खर्च क
नालंदा। एक ओर सरकार आम जनता को स्वच्छ पानी पीने के लिए प्रति चापकल में हजारों रुपये खर्च कर रही है। वहीं दूसरी ओर कैला पंचायत भवन परिसर में दो गाड़े गए चापकल में मामूली राशि खर्चे कर मरम्मत नहीं कराया जा रहा है। जिसके कारण पंचायत भवन में आने वाली आम जनता को पानी पीने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी पंचायत भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का भी संचालन हो रहा है। जहां प्रति दिन 40 छोटे-छोटे बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। इन्हें भी पानी पीने के लिए परेशानी सामना करना पड़ता है। यहां बता दें कि सरकार मरम्मती कार्य के लिए प्रति वर्ष हजारों रुपए मुहैया करती है लेकिन फिर भी मरम्मती कार्य नहीं किया जा रहा है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि पंचायत भवन में आए दिन कोई न कोई कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं। इस अवसर पर कोई न कोई स्थानीय पदाधिकारी एवं जिला स्तर के पदाधिकारी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं लेकिन उन्हें इस मवेशी बांधने लायक चापाकल पर ²ष्टी नहीं जा पाती है या फिर न•ारअंदाज करते चले जाते हैं। ग्रामीण कहते हैं कि सरकार चापकल को मरम्मती कर जल्द से जल्द मरम्मती कर शुद्ध पानी मुहैया कराएं।