डेंगू से बचाव को स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
नालंदा। डेंगू मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। डेंगू के मरीजों के सुर
नालंदा। डेंगू मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। डेंगू के मरीजों के सुरक्षित इलाज को सदर अस्पताल में दस बेडों की अलग व्यवस्था की गयी है। पूरे जिले में डेंगू की पहचान के लिए कर्मियों को अलर्ट किया गया है। बरसात के मौसम में ही डेंगू का प्रभाव ज्यादा बढ़ता है। जिले में अगर कहीं से भी डेंगू मरीज की पहचान होती है तो वहां के कर्मी तुरंत इसकी सूचना विभाग को देंगे। जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. मनोरंजन कुमार ने बताया कि फिलहाल जिले में एक भी डेंगू के संदिग्ध मरीज नहीं मिले हैं। डेंगू मरीज की पहचान के लिए आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कर्मियों को ट्रेंड किया जा रहा है।
डॉ. कुमार ने बताया कि डेंगू मच्छर अक्सर दिन में काटता है। इसे एडिज मच्छर कहते हैं। इसके काटने के बाद बदन दर्द, सर दर्द, आंखों एवं जोड़ों में दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे का होना, उल्टी से रक्तश्राव, काला पैखाना होना इसके लक्षण हैं। एडिज मच्छर साफ पानी में पनपता है। टूटा हुआ गमला, एयर कुलर का पानी, फ्रीज आदि में एडीज मच्छर पाये जाते हैं। रोकथाम के उपाय
- मच्छरों की आबादी पर नियंत्रण के लिए कुलर, टायर, कबाड़ जहां पर जल एकत्र हो जाता है, को हमेशा खाली रखना चाहिए।
- वाहक मच्छरों एवं कीटों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
- घर एवं बाहर मच्छर तथा कीटनाशक दवा का छिड़काव कराएं।
- संक्रमण के कारकों पर सक्रिय निगरानी होनी चाहिए।
- मच्छरदानी का उपयोग करें। पूरी बाजू के शर्ट एवं पतलून का इस्तेमाल करें।